Shinzo Abe Murder: इस दौर की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय खबर ये है कि जापान (Japan) के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की हत्या कर दी गई. शिंजो आबे जापान के सबसे बड़े राष्ट्रवादी नेता थे और वो जापान में सबसे लम्बे समय तक प्रधानमंत्री रहे. उनकी हत्या ऐसे समय में हुई है, जब जापान लगातार चीन को चुनौती दे रहा था. प्रधानमंत्री मोदी ने 9 जुलाई यानी आज भारत में एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. ये फैसला बताता है कि शिंजो आबे मोदी के लिए कितने स्पेशल थे. 


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नरा शहर में हुआ शिंजो आबे का मर्डर


सबसे पहले आपको इस घटना के बारे में बताते हैं. ये घटना दक्षिणी जापान के नरा शहर में हुई है, जो Tokyo से लगभग 500 किलोमीटर दूर है. शिंजो आबे इस शहर में अपनी पार्टी के स्थानीय उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. जापान में 10 जुलाई को ही Upper House की 74 सीटों के लिए प्रत्यक्ष चुनाव होना है. Upper House का मतलब है, ऊपरी सदन. जैसे भारत में राज्यसभा को Upper House कहा जाता है. ठीक इसी तरह जापान में भी Upper House है, जिसकी 74 सीटों के लिए 10 जुलाई को चुनाव होना है


शिंजो आबे (Shinzo Abe) जापान की Liberal Democratic Party के नेता हैं. ये वही पार्टी है, जो अभी जापान में सरकार चला रही है. जापान के नरा शहर में इस पार्टी द्वारा जिस नेता को चुनाव में उम्मीदवार बनाया गया है, शिंजो आबे उसी के लिए चुनाव प्रचार करने आए थे.



रैली में भाग लेने के लिए उत्साहित थे


ये रैली वहां के सबसे चर्चित स्टेशन के नजदीक एक ऐसे स्थान पर आयोजित हुई थी, जहां अक्सर लोगों की भीड़ रहती है. शिंजो आबे जब इस रैली में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे तो वो काफी उत्साहित थे. उन्होंने अपनी गाड़ी से उतरने के बाद तालियां बजा कर लोगों का उत्साह भी बढ़ाया.


इसके बाद उन्होंने रैली में आए लोगों को संबोधित करना शुरू किया. इस दौरान जब वो अपना भाषण दे रहे थे, तभी उनके पीछे खड़े एक व्यक्ति ने उन पर गोली चला दी. हालांकि पहली गोली से शिंजो आबे बाल बाल बच गए और उन्होंने इस हमले के तुरंत बाद पीछे पलट कर देखा.


हमलावर ने छाती पर चला दी गोली


लेकिन इससे पहले कि वो कुछ समझ पाते, इसके चार Second बाद ही हमलावर ने दूसरी गोली चला दी. ये गोली सीधे शिंजो आबे (Shinzo Abe) को जाकर लगी. इस हमले के बाद शिंजो आबे नीचे गिर गए और वहां भगदड़ मच गई. इस हमले में शिंजो आबे को बाईं तरफ सीने में गोली लगी. हमले के बाद कुछ लोग उन्हें CPR देने की भी कोशिश करते दिखे. 


शिंजो आबे की नाज़ुक हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. इसके लिए Helicopter की भी मदद ली गई. हालांकि इन तमाम कोशिशों के बावजूद शिंजो आबे की जान नहीं बचाई जा सकी. दूसरी तरफ़ जिस व्यक्ति ने उन पर हमला किया, उसके भी अब कई वीडियो सामने आ रहे हैं. इनमें साफ दिख रहा है कि जब शिंजो आबे मंच पर भाषण दे रहे थे, उस समय ये हमलावर उनके आसपास ही था.


आबे के आसपास ही था हमलावर


कुछ Videos में वो उनके बिल्कुल ठीक पीछे नज़र आ रहा है. जबकि कुछ तस्वीरों में ये भी देखा जा सकता है कि उसने रैली स्थल पर काफी देर तक रुककर इस हमले की योजना बनाई और सही मौका देख कर शिंजो आबे पर हमला कर दिया.


ऐसा नहीं है कि हमले के बाद ये व्यक्ति बच गया. हमले के कुछ Second में ही शिंजो आबे (Shinzo Abe) की सुरक्षा में तैनात जवानों ने उसे दबोच लिया. इसके बाद उससे उसकी गन भी ले ली गई. बड़ी बात ये है कि हमला करने वाला ये व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि जापान का ही एक पूर्व नौसैनिक है.


इसकी उम्र 41 वर्ष बताई है. इसका नाम है.. तेत-सुआ यामागामी.. जो जापान के इसी शहर का रहने वाला है और ये एक पूर्व नौसैनिक है. इसने 2005 तक जापान की मैरीटाइम Self-Defense Force में तीन साल तक अपनी सेवाएं दी थीं. जिस गन से इसने शिंजो आबे की हत्या की, वो भी Home Made थी.


घर में बनाई गन से की वारदात


यानी इसने ये गन खुद अपने घर पर बनाई थी. जो Double-Barrelled Shotgun थी. ये गन पाइप के दो टुकड़ों को जोड़कर बनाई गई और इसमें Wooden Board का भी इस्तेमाल किया गया. हालांकि आपके मन में ये सवाल भी होगा कि इस व्यक्ति ने Home Made Gun का इस्तेमाल क्यों किया. तो इसकी वजह ये है कि जापान एक बहुत शांत देश है. वहां अमेरिका की तरह लोग आसानी से गन नहीं खरीद सकते.


जापान में गन को लेकर काफी कड़े कानून हैं. वहां अगर कोई व्यक्ति अपने साथ गन रखना चाहता है तो इसके लिए उसे 12 तरह के मुश्किल टेस्ट से गुजरना पड़ता है. उस व्यक्ति का Background Verification भी किया जाता है.


वर्ष 2021 में जापान में Gun Violence की सिर्फ 10 घटनाएं हुई थीं, जिनमें सिर्फ़ एक व्यक्ति की जान गई थी. इसलिए आज की ये घटना और भी चौंकाती है. सोचिए जिस देश में इस तरह की हिंसक घटनाएं ना के बराबर होती हैं, वहां एक पूर्व प्रधानमंत्री की खुलेआम हत्या कर दी गई.


जापान में गन वॉयलेंस की घटनाएं बेहद कम


दूसरे विश्व युद्ध के बाद जापान में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी पूर्व पीएम की हत्या की गई हो. इससे पहले जापान में ऐसी दो ही घटनाएं हुई थीं. पहली घटना वर्ष 2007 की है, जब नागासाकी के एक मेयर को वहां के एक गैंगस्टर ने जान से मार दिया था.


उससे पहले वर्ष 1960 में जापान की Socialist Party के प्रमुख असा-नुमा की एक युवक ने हत्या कर दी थी. उस समय हमलावर ने इसके लिए तलवार का इस्तेमाल किया था. असा-नुमा से जापान के लोग इसलिए नाराज़ थे, क्योंकि वो चीन का समर्थन कर रहे थे. शिंजो आबे की हत्या के पीछे भी चीन को एक बड़ा कारण माना जा रहा है.


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