सियोल : दक्षिण कोरिया ने अपने द्विवार्षिक रक्षा दस्तावेज में उत्तर कोरिया के लिए पहले इस्तेमाल किए जाने वाले ‘‘दुश्मन’ ’ शब्द को हटा दिया है, जिसे प्योंगयांग के साथ सुलह करने के उसके एक प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है. उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय गतिरोध को समाप्त करने के लिए वॉशिंगटन और प्योंगयोंग नेताओं के बीच होने वाली दूसरी बैठक से पहले यह कदम उठाया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रक्षा श्वेत पत्र में नहीं हुआ इन शब्दों का जिक्र
दक्षिण कोरिया के मंगलवार को प्रकाशित हुए रक्षा श्वेत पत्र में उत्तर कोरिया के लिए ‘‘दुश्मन’’, ‘‘मौजूदा दुश्मन’’ या ‘‘प्रमुख दुश्मन’’ जैसे किसी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया. ये शब्द कोरियाई देशों के बीच शत्रुता का एक कारण रहे हैं क्योंकि उत्तर कोरिया इसे एक उकसावे भरा एक ऐसा कदम बताता रहा है जो यह दर्शाता है कि दक्षिण कोरिया कितना द्वेषपूर्ण रहा है.


1995 में पहली बार हुआ था दुश्मन शब्द का इस्तेमाल
दक्षिण कोरिया ने पहली बार उत्तर कोरिया को 1995 में अपने दस्तावेज में ‘‘प्रमुख दुश्मन’’ बताया था जिसके एक साल बाद ही उत्तर कोरिया ने सियोल को ‘‘आग के दरिया’’ में बदलने की धमकी दी थी.