G-20 Summit में भाग नहीं ले पाएंगे स्पेन के राष्ट्रपति, जानें क्या है वजह?
G-20 New Delhi Summit: स्पेशन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने कहा कि शिखर सम्मेलन में स्पेन का प्रतिनिधित्व कार्यवाहक प्रथम उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो और विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस करेंगे.
G-20 New Delhi Summit News: स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ ने गुरुवार को कहा कि उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है और वह नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं ले पाएंगे. सांचेज ने खुद एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह सूचना दी. उन्होंने कहा कि वह 'ठीक' महसूस कर रहे हैं लेकिन वह भारत की यात्रा नहीं कर पाएंगे.
राष्ट्रपति सांचेज आगे कहा कि शिखर सम्मेलन में स्पेन का प्रतिनिधित्व कार्यवाहक प्रथम उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो और विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस करेंगे. राष्ट्रपति सांचेज़, रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ ऐसे तीसरे विश्व नेता हैं जो कि शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो रहे हैं.
जिल बाइडेन हुईं कोरोना संक्रमित
बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के भी जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने पर तब प्रश्नचिन्ह लग गया जब उनकी पत्नी जिल बाइेडन कोविड संक्रमित पाई गईं. यह जानकारी सामने आने के बाद जो बाइडेन की सोमवार, मंगलवार और बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण की जांच हुई, जिनमें उनके वायरस से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई.
इसके बाद व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी. उनकी इस सप्ताह होने वाली उनकी भारत और वियतनाम यात्रा में कोई बदलाव नहीं होगा. बाइडेन के शुक्रवार को भारत पहुंचने की संभावना है. वह शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और शनिवार व रविवार को वह जी20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्रों में भाग लेंगे.
बता दें सीएनएन के मुताबिक पिछली गर्मियों में, अगस्त में दक्षिण कैरोलिना में छुट्टियां मनाते समय अमेरिकी की प्रथम महिला का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया था. वहीं राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पिछली जुलाई में कोविड पॉजिटिव पाए गए थे.
गौरतलब है कि जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नयी दिल्ली में आयोजित होने वाला है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत अन्य नेता विकासशील और विकसित देशों की बैठक में हिस्सा लेंगे. बता दें जी20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं.