गाड़ी में ISIS का झंडा और अमेरिकी सेना में नौकरी, कौन है 15 लोगों को बेरहमी से रौंदने वाला शम्सुद्दीन जब्बार?
New Orleans US Attack: नए साल का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा लोगों को बेरहमी से रौंदने वाला हमलावर शम्सुद्दीन जब्बार एक समय पर अमेरिकी सेना में अपनी सेवाएं दे चुका है. लेकिन अब एक नई जानकारी निकल आ रही है, जो उसे आतंकी संगठन ISIS से जोड़ रही है.
Who is attacker Shamsud Din Jabbar: अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस में नए साल पर हुई बेहद दुखद घटना ने 15 लोगों की जान ले ली. न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए जमा हुई भीड़ को शम्सुद्दीन जब्बार नाम के हमलावर ने ट्रक से बुरी तरह रौंदा, जिसमें अब तक 15 लोगों की मौत हो गई. उसने पुलिस और वहां मौजूद लोगों पर गोलियां भी बरसाईं. बाद में पुलिस ने उसे मार गिराया. अब तक की हुई जांच में हमलावर शम्सुद्दीन जब्बार को लेकर कई जानकारियां सामने आई हैं और वे बेहद हैरान करने वाली हैं. 42 वर्षीय अमेरिकी नागरिक शम्सुद्दीन जब्बार ने जिस ट्रक से भीड़ को रौंदा उसमें आतंकी संगठन आईएसआईएस का झंडा लगा हुआ था.
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घटना में कई लोग शामिल
अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) एजेंट एलेथिया डंकन ने कहा है कि हमारा मानना है कि इस घटना में जब्बार के साथ कई लोग थे इसलिए हमें जनता की मदद की जरूरत है. हम पूछ रहे हैं कि क्या पिछले 72 घंटों में किसी ने शम्सुद्दीन जब्बार से कोई बातचीत की है, तो हमसे संपर्क करें. जिस किसी के पास उससे जुड़ी जानकारी, वीडियो या तस्वीरें हैं, उसे एफबीआई को प्रदान करें.
दरअसल, जिस ट्रक को जब्बार ने भीड़ में घुसाया उसका एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में 3 आदमी और 1 महिला वाहन में आईईडी रख रहे हैं. साथ ही ट्रक पर ISIS का झंडा मिलने से उसके इस संगठन से जुड़े होने के भी पूरे संकेत मिलते हैं.
1 करोड़ रुपए सैलरी पर कर चुका है नौकरी
एफबीआई के अनुसार जब्बार टेक्सास में जन्मा और वहीं पला बढ़ा है. जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री लेने के बाद उसने बहुराष्ट्रीय कंपनी (एमएनसी) डेलॉय में नौकरी की. यहां वह बतौर बिजनेस डेवलपर और डाटा इंजीनियर के तौर पर काम कर रहा था. जहां उसकी सालाना सैलरी करीब 1,20,000 डॉलर यानी कि करीब एक करोड़ रुपये थी. साथ ही उसने अमेरिकी सेना में करीब एक दशक तक बतौर एचआर स्पेशलिस्ट और आईटी स्पेशलिस्ट काम किया.
किराए का था ट्रक, मिले हथियार और बम
जब्बार ने यह हमला क्यों किया इसका तो अब तक पता नहीं चला है लेकिन एफबीआई टेरर एंगल से मामले की जांच कर रही है. हमले के लिए जिस ट्रक का इस्तेमाल किया गया, उसे किराए पर लिया गया था. ट्रक में एआर-स्टाइल राइफल, पिस्तौल और कुछ बम मिले हैं. चश्मदीदों के मुताबिक, जब्बार ने पूरे शरीर में बख्तर पहना था और उसके पास राइफल थी. जांचकर्ताओं का कहना है कि उन्हें घटनास्थल पर आईईडी मिला है, जो कि हमले के बावजूद फटा नहीं.
हमलावर जब्बार पर पहले ही आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं. 2002 में उस पर दुराचार और चोरी के आरोप लगे थे. इसके अलावा 2005 में उस पर अवैध लाइसेंस के साथ ड्राइविंग का भी आरोप था.
निजी जिंदगी में थी भारी उथल-पुथल
द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, हमलावर जब्बार की निजी जिंदगी में भी उथल-पुथल थी. उसने 2 शादियां की थीं और दोनों पत्नियों से ही वह अलग हो चुका था. दूसरी शादी के बाद वह आर्थिक संकट में था. उस पर 27 हजार डॉलर का कर्ज था. उसकी दूसरी पत्नी के पति ड्वेन मार्श ने बताया कि जब्बार पिछले साल ही इस्लाम को अपनाने की शुरुआत कर चुका था और वह इसको लेकर कुछ हद तक पागल हो रहा था. जब्बार की 2 बेटियां भी हैं.
इस घटना को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि एफबीआई इस भयावह घटना की आतंकवादी हमले के कोण से जांच कर रही है और उन्होंने अपनी टीम को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि जांच के लिए हर संसाधन उपलब्ध कराये जाये. मेरी संवेदना पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ है जो नववर्ष के मौके पर छुट्टियां मना रहे थे. किसी भी प्रकार की हिंसा का कोई औचित्य नहीं है, और हम अपने देश के किसी भी समुदाय पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे.