Vivek Ramaswamy US Election: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों की पहली प्राथमिक बहस में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद अरबपति भारतीय-अमेरिकी बायोटेक उद्यमी विवेक रामास्वामी की लोकप्रियता रेटिंग में तेजी से इजाफा हुआ है. वहीं इसके साथ ऑनलाइन तरीके से धन जुटाने की उनकी कवायद में भी इजाफा दिख रहा है. 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की दावेदारी का मामला अभी शुरुआती दौर में है, फिर भी नेताओं में जुबानी जंग तेज हो चुकी है. गौरतलब है कि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से भारतीय मूल के 2 उम्मीदवार भी रेस में हैं. इनमें रामास्वामी के अलावा कैरोलिना की गवर्नर निक्की हेली भी शामिल हैं.


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क्या ट्रंप के लिए बनेंगे खतरा?


इस बीच रामास्वामी की तेजी से बढ़ रही लोकप्रियता से ट्रंप के समर्थक सकते में आ गए हैं. एक ओर ट्रंप जमानत में बाहर होने के बावजूद अपने फेवर में माहौल बना रहे हैं. दूसरी ओर जेल में खींची गई ट्रंप की तस्वीर (मग शॉट) की तस्वीर वायरल होने यानी एक कैदी की तरह उनकी पहचान सार्वजनिक होने से उनकी छवि को तगड़ा झटका लगा है. हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के नामांकन के 8 दावेदारों ने पार्टी की पहली बहस में वोटरों का ध्यान अपनी तरफ खींचा, जबकि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने इस कार्यक्रम को नजरअंदाज किया. इस बहस के दौरान विवेक रामास्वामी चर्चा का केंद्र बिंदु बने रहे. इसी वजह से उनपर लगातार राजनीतिक हमले किए जा रहे है. 


कौन हैं विवेक रामास्वामी?


विवेक रामास्वामी भारतीय मूल के रिपब्लिकन पार्टी के अमेरिकी नेता हैं. 38 साल के रामास्वामी का जन्म ओहियो में हुआ था. उनके माता-पिता भारत से थे. उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से बॉयलोजी की डिग्री लेने के बाद येल लॉ स्कूल की पढ़ाई पूरी की.2014 में उन्होंने अपनी खुद की बायोटेक कंपनी, रोइवंत साइंसेज (ROIV.O) की स्थापना की. उन्होंने 2021 में सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया. साल 2022 में रामास्वामी ने स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट के को-फाउंडर भी थे. फरवरी 2023 में, रामास्वामी  ने 2024 के चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी  के नामांकन के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की.


(एजेंसी इनपुट के साथ)