Afghanistan: विदेशी और अफगानी नागरिकों को मिले निकलने की अनुमति, 60 देशों ने उठाया बड़ा कदम
काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) बंद कर दिया गया है और विभिन्न देशों के हजारों नागरिक अफगानिस्तान (Afghanistan) में फंसे हुए हैं. वहीं अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कहा है कि विदेशी नागरिकों और अफगानी नागरिकों को वहां से निकलने की अनुमति देनी चाहिए.
नई दिल्ली: काबुल के एयरपोर्ट (Kabul Airport) की भगदड़ और भीड़ भरी फोटो वायरल हो रही हैं. लोग वहां से निकलने को बैचेन हैं. इससे पहले रविवार की देर रात अमेरिकी विदेश विभाग (US State Department) ने कहा कि 60 से अधिक देशों (Countries) ने एक संयुक्त बयान (Joint Statement) जारी कर कहा है कि उन अफगानी (Afghans) और अंतरराष्ट्रीय नागरिक (International Citizens) को वहां से निकलने की अनुमति दी जानी चाहिए, जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं. इसके लिए एयरपोर्ट और सीमाएं खुली रहनी चाहिए.
बहाल की जाए सुरक्षा व्यवस्था
अमेरिकी सरकार, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, कतर और यूके समेत कई देशों ने संयुक्त बयान में कहा है, 'अफगानिस्तान में सत्ता और अधिकार के पदों पर बैठे लोगों की यह जिम्मेदारी और जवाबदेही है कि मानव जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए तत्काल सुरक्षा और नागरिक व्यवस्था बहाल की जाए. अफगान के लोग सुरक्षा और सम्मान के साथ जीने के योग्य हैं. हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उनकी सहायता के लिए तैयार हैं.'
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तालिबान कर चुका है युद्ध समाप्ति की घोषणा
तालिबान (Taliban) ने घोषणा की दी है कि अफगानिस्तान में युद्ध समाप्त हो गया है और विद्रोहियों ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है. वहीं अपनी सेनाओं को वापस बुलाने के बाद अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश अपने हजारों नागरिकों को ही निकालने के जद्दोजहद में फंसे हुए हैं.
इस संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य देशों में चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, चेक गणराज्य, डेनमार्क, डोमिनिकन गणराज्य, अल सल्वाडोर, एस्टोनिया, फिनलैंड, ग्रीस, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, स्पेन, स्वीडन, यूक्रेन और यमन शामिल हैं.