वॉशिंगटन: अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में बढ़ रहे सैन्यीकरण के लिए चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. सीएनएन के मुताबिक, इस विवादित क्षेत्र में देश की तीन चौकियों पर मिसाइलें तैनात करने के बाद अमेरिका ने यह चेतावनी दी है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने गुरुवार (3 मई) को कहा, "हम चीन के दक्षिण चीन सागर के सैन्यीकरण से वाकिफ हैं. इसके निकट अवधि के और लंबी अवधि के परिणाम भुगतने होंगे."


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमेरिकी खुफिया एजेंसी का आकलन है कि प्रबल संभावना है कि चीन की सेना ने इस विवादित जलक्षेत्र में सैन्याभ्यास के दौरान जहाज और विमान रोधी मिसाइलें तैनात की हैं. दक्षिण चीन सागर दुनिया के सबसे विवादित क्षेत्रों में से एक है. इस पर चीन, फिलीपींस, वियतनाम सहित कई देश अपना दावा करते हैं.


दक्षिणी चीन समुद्र पर 'निर्विवाद आधिपत्य', चीन ने तैनात की मिसाइल
उल्लेखनीय है कि चीन ने विवादित दक्षिणी चीन समुद्र में ‘पोत भेदी क्रूज मिसाइल’ और ‘सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली’ की तैनाती पर कहा है कि इस क्षेत्र पर ‘निर्विवाद रूप से उसका आधिपत्य’ है. ‘दक्षिणी चीन समुद्र’ और ‘पूर्वी चीन समुद्र’ को लेकर चीन हमेशा विवाद में रहा है. वहीं चीन दक्षिणी चीन समुद्र के पूरे हिस्से पर अपना दावा करता रहा है जबकि वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान इसके उलट दावा करते हैं.


बीजिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में मिसाइल की कथित तैनाती पर विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिइंग ने कहा, “चीन का नान्साहा (अलग नाम से पहचाना जानेवाला) द्वीप और इससे जुड़े द्वीप पर चीन का निर्विवाद रूप से आधिपत्य है.” वियतनाम और ताइवान अलग अलग इस पर चीन के विरुद्ध दावे करते हैं.