काराकास: वेनेजुएला सरकार द्वारा सप्ताहांत में विवादित मतदान के मद्देनजर प्रदर्शनों पर लगाए गए प्रतिबंध की पूरी तरह अवज्ञा करते हुए विपक्ष ने देश के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है. मदुरो ने संविधान के पुनर्लेखन के लिए नए निकाय के चुनाव के लिए रविवार (30 जुलाई) को मतदान कराने की योजना बनाई है जिससे नाराज विपक्ष हड़ताल पर है. इस 48 घंटे की हड़ताल के दूसरे दिन गुरुवार (27 जुलाई) को दोनों पक्षों के बीच वाक्युद्ध बढ़ गया.


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विपक्षी गठबंधन डेमोक्रेटिक यूनिटी राउंडटेबल ने ट्वीट किया, ‘सरकार ने घोषणा की है कि हम प्रदर्शन नहीं कर सकते.’ उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करके इस प्रतिबंध का जवाब देंगे. मादुरो ने विपक्ष से अपील की कि वे ‘विद्रोह का रास्ता छोड़ दें.’ उहोंने तुरंत बातचीत करने का आह्वान किया लेकिन साथ ही इस कदम से पीछे ना हटने के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि कोई भी बातचीत ‘मतदान और संविधान का मसौदा तैयार करने वाली सभा के गठन से पहले’ होनी चाहिए.


अभियोजकों के अनुसार, चार महीने के हिंसक प्रदर्शनों में पहले ही 108 लोगों की मौत हो हुई है. इनमें से दो नाबालिगों समेत पांच लोग दो दिवसीय हड़ताल के दौरान हुए प्रदर्शनों में मारे गए हैं. इस बीच, एपी की एक खबर के मुताबिक अमेरिका ने संविधान को फिर से लिखने के लिए होने वाले मतदान के मद्देनजर अमेरिकी राजनयिकों के रिश्तेदारों को वेनेजुएला छोड़ने के आदेश दिए हैं.


अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा कि वह अमेरिकी सरकार के कर्मियों को काराकास में दूतावास छोड़ने तथा वहां रह रहे लोगों की गतिविधियां सीमित करने की अनुमति भी दे रहा है. अशांति और हिंसा के कारण अमेरिकी नागरिकों को वेनेजुएला की यात्रा नहीं करने का परामर्श भी दिया गया है.