World News in Hindi: लेबनान में रविवार को फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में हुई भारी झड़पों में कम से कम पांच लोग मारे गए हैं. अल जजीरा ने अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है. दक्षिणी बंदरगाह शहर सिडोन के पास लेबनान के सबसे बड़े फ़िलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में हुई झड़पों के परिणामस्वरूप सात लोग घायल भी हो गए.


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लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने बताया, नियर ईस्ट (Near East) में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) के अनुसार, घायलों में दो बच्चे भी शामिल हैं.


रविवार को, जब एंबुलेंस घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए शिविर की घुमावदार सड़कों से गुजर रही थीं, तो गुट असॉल्ट राइफलें, रॉकेट चालित ग्रेनेड लॉन्चर और हैंड ग्रेनेड लहराते हुए लड़ाई में लगे हुए थे.


सैन्य बेरक पर मोर्टार से हमला
लेबनानी सेना ने एक बयान में कहा कि शिविर के बाहर एक सैन्य बैरक पर मोर्टार से हमला किया गया, जिसमें एक सैनिक घायल हो गया, जिसकी हालत स्थिर है.


इस बीच, फिलिस्तीनी पार्टी फतह ने रविवार को एक बयान में ‘जघन्य ऑपरेशन’ के दौरान कमांडर अशरफ अल-आर्मौची और उनके चार ‘साथियों’ की हत्या की पुष्टि की.


लोग अपने घरों से भागे
सुबह की हिंसा कई घंटों तक रुकी रही, हालांकि स्नाइपर फायरिंग छिटपुट रूप से जारी रही. लेकिन फ़िलिस्तीनी जनरल और उनके साथियों की हत्या के बाद एक बार फिर हिंसा भड़क उठी. अल जज़ीरा के अनुसार, जैसे ही सिडोन में आस-पास की इमारतों पर गोलिया लगी तो कुछ लोग अपने घरों से भाग गए.


सार्वजनिक सिडोन जनरल अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों दोनों को बाहर निकाला गया.


अल जज़ीरा के अनुसार, लेबनान में रहने वाले 450,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी UNRWA के साथ पंजीकृत हैं. ये लोग आमतौर पर रोजगार प्रतिबंधों सहित कई प्रकार की कानूनी सीमाओं को झेलते हैं, और अक्सर शरणार्थी शिविरों में भयावह परिस्थितियों में रहते हैं.


(इनपुट - ANI)