Bangladesh: `मिस्ड कॉल` से हुए प्यार में तोड़ी ऐसी सीमा, 3 महीने की सजा में सलाखों के पीछे कट गए 3 साल
A missed call love story: कहा जाता है कि प्यार करने वाला जात-पात, अमीरी-गरीबी, ऊंच-नीच और मजहब नहीं देखता. लेकिन क्या हो अगर बिना किसी को देखे मिस काल का जवाब देने के बाद आवाज सुनकर प्यार हो जाए. कुछ ऐसे ही मामले में एक आशिक ने ऐसी सीमा तोड़ी जिससे उसकी जिंदगी के तीन साल जेल में गुजर गए.
West Bengal Viral Story: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रहने वाले अम्मान शेख को अनजान नंबर से आए फोन से बात करने की कीमत 3 साल के लिए जेल की सजा काटकर चुकानी पड़ी. 21 साल के अम्मान की मोबाइल फोन रिचार्ज करने की दुकान अच्छी खासी चल रही थी लेकिन अचानक एक दिन आए फोन ने उसे मोहब्बत के नाम पर ऐसा दर्द दिया जिसे वो ताउम्र नहीं भुला पाएगा. इस मामले में हैरानी की बात ये रही कि अम्मान को सजा तो बस तीन महीने की हुई थी लेकिन उसकी जिंदगी के तीन साल दूसरे मुल्क में बीत गए.
शेख के सिर पर चढ़ा इश्क का भूत उतर गया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सच्ची मोहब्बत तलाश रहे शेख को बांग्लादेश के कुष्टिया जिले की किसी लड़की का मिस्ड कॉल आया था. जवाब देने के लिए उसने कॉलबैक की तो दूसरी ओर से लड़की के मुंह से हेलो सुनते ही उसे प्यार हो गया. अब जरूरी कागज तो थे नहीं, इसलिए उसने गलत तरीके से बांग्लादेश जाने का मन बनाया. शेख की किस्मत खराब थी कि बांग्लादेश में घुसने के बाद ही लोगों की नजर में आ गया. 2020 में वो सीमा पार करते हुए बांग्लादेश चला गया लेकिन वापसी में पकड़ा गया. अवैध घुसपैठ के आरोप में उसे 3 महीने की सजा सुनाई गई, उसे 90 दिन कैद में बिताने थे लेकिन कुछ राजनयिक दिक्कतों की वजह से उसे 3 साल उधर काटने पड़ गए.
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
गौरतलब है कि अपने बंगाल और बांग्लादेश के बीच ऐसी न जाने कितनी प्रेम कहानियां सामने आ चुकी हैं. कुछ का इश्क मुकम्मल हुआ तो किसी को हवालात की हवा खानी पड़ी. वहीं कुछ ऐसे भी थे जिन्हे शेख की तरह सजा काटनी पड़ी. हालांकि कुछ ऐसे किस्मत वाले थे जो बॉर्डर पार करने के दौरान ही दबोच लिए गए तो फौरन डिपोर्ट कर दिए गए. गौरतलब है कि भारत और बांग्लादेश सीमा पर कुछ ऐसे प्वाइंट्स हैं जहां से घुसपैठ संभव है. कोई नदी पार करके इधर से उधर चला जाता है तो दूसरा कोई और तरीका अपनाता है. बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश की कड़ी निगरानी के बावजूद अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं.