Candida Auris Spreading Rapidly In America: अमेरिका इस समय बहुत खतरनाक इंफेक्शन के कहर से गुजर रहा है. एक्सपर्ट की माने तो इस बीमारी से संक्रमित लोगों पर दवाओं का असर ना के बराबर हो रहा है. इससे संक्रमित होने के बाद सिर्फ 40 परसेंट ही बचने की संभावना है. इस बीमारी का नाम कैंडिडा ऑरिस (Candida Auris) इंफेक्शन है. ये फंगल इंफेक्शन कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है. ये दुनियाभर के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है. अमेरिकी वेबसाइट NBC news के रिपोर्ट के अनुसार कैंडिडा ऑरिस एक रेयर फंगल इंफेक्शन है, लेकिन अब ये तेजी से फैल रहा है. लोग अभी कोरोना के प्रकोप से उभर के राहत की सांस ले ही रहे हैं कि तब तक ये खतरनाक बीमारी लोगों की चिंता बढ़ा दी है. अच्छी खबर ये है अभी तक ये बीमारी हमारे देश में नहीं है. 


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क्या है ये बीमारी?


कैंडिडा ऑरिस एक खतरनाक फंगल इंफेक्शन है जो शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है. खासकर ब्लड सर्कुलेशन, खुले घाव और कान पर गहरा असर कर सकता है. यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे फैलती है. यह उन लोगों के लिए बहुत खतरनाक है जिनका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है. शुगर, कैंसर, या हार्ट संबंधी बीमारियां से पीड़ित लोग आसानी से इसकी चपेट में आ सकते हैं.


कैसे फैल रही है ये बीमारी?


यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकती है, खासकर उनके शरीर को छूने से होती है. अगर इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है तो उन्हें ज्यादा सावधान रहना चाहिए.


लक्षण क्या हैं?


कैंडिडा ऑरिस के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, यह इस बात पर डिपेंड करता है कि शरीर का कौन सा अंग संक्रमित है. कुछ सामान्य लक्षणों की अगर बात की जाए तो बुखार, अधिक ठंड लगना, ज्यादा थकान होना, सांस लेने में तकलीफ, और संक्रमित अंग में दर्द या सूजन होना शामिल है. इसके अलावा किसी इस बीमारी के लक्षण बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लक्षण जैसे ही होते हैं.


एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?


एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह बीमारी सभी लोगों के लिए चिंता का विषय है क्योंकि यह अब तेजी से फैल रही है. इसका इलाज करना मुश्किल है. यह चिंता इसलिए भी है क्योंकि कुछ दवाएं इस बीमारी में न के बराबर काम कर रही हैं. जो दवाएं प्रभावी हैं, इसके साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं.


बचाव के उपाय क्या हैं?


इस बीमारी से बचने के लिए, आपको संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचना चाहिए. जो भी इस फंगल इंफेक्शन से संक्रमित है उसे क्वारंटाइन रहना चाहिए. अस्पतालों और नर्सिंग होम में भी सावधानी बरतनी चाहिए. इसके अलावा हाथ धुलना और हाइजीन मेंटेन रखने वाली सारी सावधानियां बरतनी चाहिए, संक्रमित व्यक्तियों के साथ भोजन या बर्तन साझा नहीं करना चाहिए.