Yemen News: निमिषा प्रिया की मां प्रेमाकुमारी और 'सेव निमिषा' एक्शन काउंसिल के अध्यक्ष और मानवाधिकार कार्यकर्ता सैमुअल जेरोम शनिवार की रात (20 अप्रैल)  यमन के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे. उनका उद्देश्य निमिषा प्रिया से मुलाकात करना है, जो वर्तमान में यमनी जेल में बंद है. जेल में निमिषा प्रिया से मिलने के बाद, वे आदिवासी नेताओं और मारे गए यमनी नागरिक के परिवार से मिलने की योजना बना रहे हैं.


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बता दें भारत का वर्तमान में यमनी सरकार के साथ राजनयिक संबंध कुछ खास नहीं है.


ऐसे मिली यमन जाने की अनुमति
द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक यमन की यात्रा करने के प्रेमाकुमारी के बार-बार के प्रयासों में बाधाएं तब दूर हो गईं जब दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी याचिका पर पिछले दिसंबर में केंद्र सरकार से अपनी 2017 की अधिसूचना में ढील देने को कहा, जिसने भारतीय पासपोर्ट धारकों को यमन की यात्रा करने से रोक दिया था.


रिपोर्ट के मुताबिक 57 वर्षीय प्रेमा कुमारी ने शुक्रवार को कहा, 'बेटी को आखिरी बार देखे हुए 12 साल हो गए हैं और मुझे उम्मीद है कि मैं उसके साथ वापस आऊंगी. उसकी 11 साल की बेटी जो अपने पति टॉमी के साथ रह रही है, भी अपनी मां की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रही है.'


2017 से जेल में है प्रिया
बता दें निमिषा प्रिया, यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या के आरोप में 2017 से जेल में है.  प्रिया को महदी की हत्या का दोषी ठहराया गया था और 2018 में यमनी ट्रायल कोर्ट से मौत की सजा मिली थी. तब से, उसका परिवार उसकी रिहाई की वकालत कर रहा है. यमनी सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी अपील खारिज करने के बाद अब फैसला देश के राष्ट्रपति पर निर्भर है.


मूल रूप से केरल के पलक्कड़ जिले की रहने वाली प्रिया ने एक नर्स के रूप में प्रशिक्षण लिया और बाद में यमन चली गईं, जहां उन्होंने विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में काम किया.


2014 में, प्रिया की मुलाकात तलाल अब्दो महदी से हुई, जिन्होंने उसे अपना क्लिनिक शुरू करने में मदद करने की पेशकश की. यमनी कानून के अनुसार व्यावसायिक उद्यमों के लिए स्थानीय भागीदारी जरूरी है.


हालांकि मतभेदों के चलते उनकी साझेदारी समाप्त हो गई, और प्रिया ने 2015 में अकेले अपना क्लिनिक शुरू किया. कथित तौर पर, महदी ने उसे धमकी देना शुरू कर दिया और उसे यमन छोड़ने से रोकने के लिए उसका पासपोर्ट जब्त करवा दिया.


प्रिया ने की थी पुलिस में महदी के खिलाफ शिकायत
प्रिया ने 2016 में उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके परिणामस्वरूप उसकी गिरफ्तारी हुई, लेकिन रिहाई के बाद भी उसने प्रिया को परेशान करना जारी रखा.


आरोप है कि 2017 में, प्रिया ने अपना पासपोर्ट वापस पाने के प्रयास में महदी को एक नशीला इंजेक्शन दिया, लेकिन अधिक मात्रा की वजह से उसकी मृत्यु हो गई. नतीजतन, प्रिया को 2018 में हत्या का दोषी पाया गया और सजा सुनाई गई.