Paris News: फ्रांस के कई शहरों में जगह-जगह कचरे का अंबार दिखाई दे रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजधानी पेरिस की सड़कों पर 5,000 टन से अधिक कचरे कचरे फैला हुआ है.  देश में बड़ी संख्या में लोग नई पेंशन योजना के तहत रिटायरमेंट उम्र के बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे हैं. सफाई कर्मी भी इस विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने एक हफ्ते से कूड़ा नहीं उठाया है.  IFOP पोल के मुताबिक, 68% लोग इस योजना का विरोध कर रहे हैं.


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नई पेंशन योजना के तहत पूरी पेंशन के लिए जरूरी मिनिमम सर्विस पीरियड भी बढ़ाया जाएगा. नई योजना के तहत 2027 से लोगों को पूरी पेंशन लेने के लिए कुल 43 साल काम करना होगा. अभी तक न्यूनतम सेवा काल 42 साल था.


11 मार्च को सीनेट में पास हुआ बिल
सीनेट (फ्रांस की संसद का अपर हाउस) में रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ा देने वाला एक बिल 11 मार्च को पास हुआ है. इस बिल के तहत रिटायरमेंट की उम्र 62 से 64 करने का प्रस्ताव है.


संयुक्त कमेटी करेगी समीक्षा
गुरुवार (16) को इस बिल की समीक्षा संयुक्त कमेटी करेगी. संयुक्त कमेटी अगर बिल को हरी झंडी दे देती है तो फिर संसद के दोनों सदनों में फाइनल फाइनल वोटिंग होगी. इसी के आधार पर तय होगा की नई पेंशन स्कीम को किया जाए या नहीं.


क्या कहना है सफाईकर्मियों का?


सफाईकर्मियों का कहना है कि अगर रिटायरमेंट एज बढ़ाई गई तो उन्हें दो साल और काम करना पड़ेगा. फिलहाल कचरा उठाने वाले 57 साल और सीवर साफ करने वाले 52 साल में रिटायर होते हैं.


सफाईकर्मियों का कहना है कि सीवर साफ करने वाले कर्मचारी रोज चार से पांच घंटे सीवर के अंदर रहते हैं. सफाई के दौरान कई तरह की गैस निकलती हैं. ज्यादातर सीवर साफ करने वाले कर्मचारी 40 की उम्र पार करने के बाद कमजोर होने लगते हैं.


मीडिया रिपोट् के मुताबिक कुछ हेल्थ रिसर्च में कहा गया है कि बाकी आबादी की तुलना में सीवेज कर्मचारियों के 65 साल की उम्र से पहले मरने की संभावना दोगुनी होती है.


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