बीजिंग: कोरोना (Coronavirus) के नए मामलों से खौफ में आये चीन ने अब वुहान (Wuhan) में सभी नागरिकों की जांच कराने का फैसला लिया है. पिछले हफ्ते छह संक्रमित मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है. इससे पहले चीन वुहान को कोरोना मुक्त घोषित कर चुका था और लॉकडाउन जैसे सभी कड़े उपाय हटा लिए गए थे. गौरतलब है कि वुहान में ही सबसे पहले कोरोना के मामले सामने आये थे, इसके बाद यह पूरी दुनिया में फैल गया. 


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जानकारी के अनुसार, वुहान में जितने भी नए मामले दर्ज किये गए हैं, उनमें से किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं थे. इससे चीन सहित पूरी दुनिया की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि इससे पहले तक यही माना जाता रहा है कि कोरोना के लक्षण वाले ही वायरस के वाहक बन सकते हैं. मौजूदा खतरे को देखते हुए अब बीजिंग ने बड़े पैमाने पर टेस्टिंग का फैसला लिया है. खासकर वुहान के सभी नागरिकों का अगले 10 दिनों के भीतर न्यूक्लिक एसिड टेस्ट कराया जाएगा.   


लॉकडाउन हटाये जाने के बाद से वुहान में हर दिन लगभग 47,000 न्यूक्लिक एसिड टेस्ट किये गए हैं, लेकिन अब जब नए मामलों की संख्या बढ़कर छह हो गई है, तो सरकार कोई जोखिम लेना नहीं चाहती. इसलिए सभी नागरिकों के टेस्ट की तैयारी की जा रही है. 



पिछले दो महीनों में चीन में सामने आये नए मामले मुख्यतः आवासीय कंपाउंड या अस्पतालों से जुड़े हैं. जबकि बिना लक्षण वाले कितने कोरोना संक्रमित मरीज हैं, यह अभी तक तक ज्ञात नहीं है. इनके बारे में केवल तभी पता चला जब रूटीन जांच के दौरान इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसलिए सरकार ने सभी नागरिकों की जांच कराने का फैसला लिया है, ताकि समय रहते संक्रमितों की पहचान हो सके और कोरोना के प्रसार को सीमित किया जा सके.