पूरी दुनिया ये बात अच्छी तरह से जानती है कि आतंकवादियों का पालन पोषण करने वाला देश....पाकिस्तान है . पाकिस्तान की सरकार अपने देश में मौजूद आतंकवादियों को VIP सुविधाएं देती है . उनकी सुरक्षा करती है लेकिन इस सच को हमेशा छुपाने की कोशिश करती है. लेकिन सच को ज़्यादा देर तक छुपाया नहीं जा सकता है . वो कभी ना कभी ज़ुबान पर आ ही जाता है . पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ भी ऐसा ही हुआ है. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ये स्वीकार कर लिया है कि पाकिस्तान, आतंकवादियों को पनाह देता है और तमाम आतंकवादी संगठन, पाकिस्तान में फल-फूल रहे हैं . 


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इमरान खान इन दिनों ईरान की यात्रा पर हैं . ईरान के राष्ट्रपति Hassan Rouhani के साथ एक साझा बयान में इमरान खान ने ये मान लिया कि उनके देश में मौजूद आतंकवादी संगठन...ईरान में आतंकवादी हमले करते हैं. आज आपको इमरान ख़ान का ये क़बूलनामा बड़े ध्यान से सुनना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान पहुंचने के बाद वो कभी भी अपने इस बयान से पलट सकते हैं . 


इमरान ख़ान एक तरफ ये मान चुके हैं कि पाकिस्तान की ज़मीन पर आतंकवादियों का पालन पोषण किया जाता है. मसूद अज़हर और हाफिज़ सईद जैसे आतंकवादी पाकिस्तान के लिए सम्मानीय नागरिक हैं . 


जैश-ए-मोहम्मद और जैश अल अद्ल जैसे आतंकवादी संगठन पाकिस्तान के लिए अमूल्य धरोहर है . यहां आप... आतंकी संगठन जैश-अल अदल पर विशेष ध्यान दीजिए क्योंकि जैश-अल अदल..वही आतंकी गुट है जो बलोचिस्तान की सीमा से लगे ईरान के इलाक़े में ....आतंकी हमले करता रहता है . 13 फरवरी को इस आतंकी संगठन ने ईरान के revolutionary guards की बस को आत्मघाती कार से निशाना बनाया गया था. 


इस धमाके में ईरान के 27 सैनिकों की मौत हो गई थी . इसके अगले दिन 14 फरवरी को ठीक इसी तरह... पुलवामा में CRPF के काफ़िले पर जैश-ए-मोहम्मद ने हमला किया था . इन दोनों हमलों को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन अब भी पाकिस्तान में सुरक्षित हैं . इन हमलों को लेकर ईरान और भारत ने पाकिस्तान पर दबाव डाला और इसी दबाव में आतंकवाद का सच इमरान ख़ान की ज़ुबान पर आ गया.


वैसे इमरान ख़ान ने भले ही सच बोल दिया हो लेकिन अब भी इस बात का कोई भरोसा नहीं है कि इमरान ख़ान पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों पर कोई कड़ी कार्रवाई करेंगे. उनके अपने देश पाकिस्तान में भी उनकी बातों पर कोई भरोसा नहीं कर रहा है. Pakistan Peoples Party के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने पाकिस्तान की संसद में ये कहा है कि इमरान ख़ान में अपनी कैबिनेट में उस इजाज़ अहमद शाह को मंत्री बनाया है जो विदेशी पत्रकार Daniel Pearl की हत्या में शामिल था. बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने पाकिस्तान की संसद में लगभग चीखते-चिल्लाते हुए, इमरान ख़ान का विरोध किया. 
आज आपको बिलावल भुट्टो ज़रदारी का ये बयान भी सुनना चाहिए 


और अब हम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के अल्पज्ञान का एक छोटा सा विश्लेषण करेंगे. ईरान में इमरान ख़ान ने अपनी कमज़ोर general knowledge का नमूना पूरी दुनिया को दे दिया है. इमरान ख़ान की भूगोल यानी geography इतनी कमज़ोर है कि उन्होंने जापान को जर्मनी का पड़ोसी देश बता दिया, जबकि असलियत ये है कि दोनों देश के बीच की दूरी करीब 9 हज़ार किलोमीटर है. आप इमरान ख़ान का ये बयान सुनिए और विचार कीजिए कि क्या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को, स्कूल के स्तर वाले भूगोल की जानकारी भी नहीं है ?


शायद इमरान ख़ान को ये पता नहीं है कि जापान...पूर्वी एशिया का एक देश है जबकि जर्मनी... मध्य और पश्चिम यूरोप का देश है . इन दोनों देशों के बीच करीब 9 हज़ार किलोमीटर की दूरी है और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ये दोनों देश....दुश्मन नहीं थे बल्कि आपस में मिलकर युद्ध लड़ रहे थे . 


इमरान खान के इस बयान के बाद पाकिस्तान में उनका मज़ाक उड़ाया जा रहा है . बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने एक Tweet के ज़रिये इमरान ख़ान की Oxford University वाली शिक्षा पर सवाल उठाया है . गलत जानकारी की वजह से पूरी दुनिया में Troll होने के बाद अब इमरान ख़ान को Geography की कुछ Extra Classes लेने की ज़रूरत है. उन्हें अपनी टीम में कुछ अच्छे और पढ़े लिखे लोगों की ज़रूरत है, जो उनकी कमज़ोरियों को दूर करें और उन्हें व्यंग्य और कटाक्ष का पात्र बनने से बचा सकें.