क्या आप भी भद्रा काल में भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए हैं मजबूर? तो करें ये उपाय- नहीं होगी अनहोनी

tie rakhi during bhadra kaal upay: भद्रा काल के दौरान भाई की कलाई पर राखी बांधना वर्जित है. किसी कारणवश आपको भद्रा काल के दौरान राखी बांधनी पड़ रही है तो आप इन उपाय को कर अपशकुन से बच सकते हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 19, 2024, 11:10 AM IST
  • भद्रा काल के दौरान भाई को पर बांध सकती हैं राखी
  • राखी बांधने के लिए बस करें ये उपाय,नहीं होगा अपशकुन
क्या आप भी भद्रा काल में भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए हैं मजबूर? तो करें ये उपाय- नहीं होगी अनहोनी

नई दिल्ली Raksha Bandhan Remedies For Bhadra Kaal: हिंदू धर्म में कोई भी त्योहार पंचांग के अनुसार मनाया जाता है. सनातन धर्म में पूजा-पाठ के लिए शुभ समय का बेहद ध्यान दिया जाता है. आज 19 अगस्त को देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा है. इस साल भी हर साल की तरह भद्रा काल का साया है. 1.30 बजे तक भद्रा काल है. 2 बजे से लेकर रात को 8 बजे तक ही राखी बांधने का शुभ समय है. भद्रा काल के दौरान राखी नहीं बांधी जाती हैं. ऐसे में अगर आपको किसी कारण की वजह से भद्रा काल के दौरान भाई की कलाई पर राखी बांधनी पड़ जाए तो आप ये उपाय कर सकते हैं. इन उपाय से आपको और आपके भाई को कोई भी अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा.

क्या होता है भद्रा काल 
हिंदू धर्म में भद्रा काल अपशकुन का समय होता है. इस समय कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. पौराणिक कहानी के अनुसार भद्रा शनिदेव की बहन है. देवी भद्रा का मूल स्वभाव विनाश करना है. इसलिए भद्रा काल के दौरान राखी बांधना सही नहीं होता है. 

करें ये उपाय 
हिंदू धर्म में भद्रा काल के दौरान राखी नहीं बांधनी चाहिए. अगर आपको किसी मजबूरी की वजह से राखी बांधना पड़ रहा है तो आप कुछ उपाय कर सकते हैं. आइए जानते हैं भद्रा काल के दौरान कौन से उपाय करने से अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है. 

पहला उपाय 
भद्रा काल के दौरान अगर आप भाई को राखी बांध रही हैं तो आप और आपके भाई को व्रत खना होगा. व्रत रखने से भद्रा काल के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है.

दूसरा उपाय 
भद्रा के 12 नाम को याद करना होगा. भद्रा के 12 नाम है. विष्टि, कुलपुत्रिका, भैरवी, धन्या, दधमुखी, भद्रा, महामादी, खराना, कालरात्रि, महारुद्रा, महाकाली और असुरक्षयकारी सभी नामों को याद कर. अपने बाई को राखी बांधे. इसके बाद अपने इष्टदेव की आराधना करें.  

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.  

इसे भी पढ़ें: सावन के आखिरी सोमवार को होगी हर मनोकामना पूरी, बस शिवलिंग के आगे बजाएं 3 बार ताली 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप. 

ट्रेंडिंग न्यूज़