Navratri 2022: मां चंद्रघंटा की पूजा से भयमुक्त हो जाता है भक्त, जानिए माता की पूजा विधि, मंत्र और भोग

Navratri 2022, Chandraghanta Mata: आज नवरात्रि का तीसरा दिन है. आज मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. उनके गले में सफेद फूलों की माला सुशोभित रहती है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 28, 2022, 06:52 AM IST
  • कष्टों का निवारण करती हैं मां
  • जानें मां चंद्रघंटा की पूजन विधि
 Navratri 2022: मां चंद्रघंटा की पूजा से भयमुक्त हो जाता है भक्त, जानिए माता की पूजा विधि, मंत्र और भोग

नई दिल्लीः Navratri 2022, Chandraghanta Mata आज नवरात्रि का तीसरा दिन है. आज मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. उनके गले में सफेद फूलों की माला सुशोभित रहती है. इनकी मुद्रा युद्ध के लिए उद्धत रहने वाली होती है. इनके घंटे की भयानक ध्वनि से अत्याचारी दानव, दैत्य और राक्षस सदैव प्रकंपित रहते हैं. दुष्टों का दमन और विनाश करने में सदैव तत्पर रहने के बाद भी उनका स्वरूप दर्शक और आराधक के लिए अत्यंत सौम्यता और शांति से परिपूर्ण रहता है.

कष्टों का निवारण करती हैं मां
मां भक्तों के कष्टों का निवारण शीघ्र ही कर देती हैं. इनका वाहन सिंह है. मां का उपासक सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है. इनके घंटे की ध्वनि सदा अपने भक्तों की प्रेत-बाधादि से रक्षा करती है. इनका ध्यान करते ही शरणागत की रक्षा के लिए इस घंटे की ध्वनि निनादित हो उठती है.

जानिए मां चंद्रघंटा की पूजन विधि
नवरात्रि के शुभ दिनों में तीसरे दिन मां के तीसरे स्वरूप माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. नवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहने जाते हैं. मंदिर की सफाई के बाद विधि-विधान से मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप माता की आराधना की जाती है.

माता को लगाएं दूध से बनी चीजों का भोग
मां चंद्रघंटा को दूध से बनी चीजों का भोग लगाएं. मां को केसर की खीर और दूध से बनी मिठाइयों का भोग लगाया जाता है. पंचामृत, चीनी व मिश्री भी मां को अर्पित करनी होती है. मां के इस रूप की आराधना सुख और समृद्धि का प्रतीक है.

आज इस मंत्र का करें जाप
या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

आज किस रंग के कपड़े पहनें?
मां चंद्रघंटा की पूजा में उपासक को सुनहरे और पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए. आप मां को खुश करने के लिए सफेद कमल और पीले गुलाब की माला भी अर्पण करें.

मां की उपासना से भयमुक्त होता है भक्त
मां चंद्रघंटा की पूजा और उपासना से साहस और निडरता में वृद्धि होती है. हर प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है. मां चंद्रघंटा की पूजा करने सौम्यता और विनम्रता में भी वृद्धि होती है. विधि पूर्वक पूजा करने से मां अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं. मां चंद्रघंटा की पूजा करने से रोग से भी मुक्ति मिलती है. ज्योतिषियों के अनुसार, जिन जातकों का चंद्रमा कमजोर होता है, उन्हें मां चंद्रघंटा की पूजा अवश्य करनी चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)

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