Chirag Paswan हुए Emotional, कहा-पिता को अकेले छोडा तो खुद माफ नहीं कर पाऊंगा

बिहार चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) को लेकर प्रदेश में गहमा-गहमी है. इस बीच चिराग पासवान ने रविवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए पत्र जारी किया है.  इसमें उन्होंने बेहद भावुक होकर अपनी बात को रखने की कोशिश की है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 20, 2020, 03:21 PM IST
    • चिराग पासवान ने रविवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए पत्र जारी किया है
    • उन्होंने लिखा कि पिता की बीमारी में साथ नहीं रहा तो खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा.
Chirag Paswan हुए Emotional, कहा-पिता को अकेले छोडा तो खुद माफ नहीं कर पाऊंगा

पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने पार्टी नेताओं, प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं के नाम चिट्ठी लिखी है.  इसमें उन्होंने अपने पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के स्वास्थ्य की जानकारी (Ram Vilas Paswan Health Update) दी है. साथ ही बताया है कि चुनावी सरगर्मियों के बावजूद भी आखिर वे दिल्ली क्यों नहीं छोड़ रहे हैं? एनडीए में सीट शेयरिंग के मुद्दे की जानकारी दी है. 

भावुक होकर रखी बात
बिहार चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) को लेकर प्रदेश में गहमा-गहमी है. इस बीच चिराग पासवान ने रविवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए पत्र जारी किया है.  इसमें उन्होंने बेहद भावुक होकर अपनी बात को रखने की कोशिश की है. 

कहा-पापा के साथ नहीं रहा तो माफ नहीं कर पाऊंगा
उन्होंने लिखा कि पिता की बीमारी में साथ नहीं रहा तो खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा. उन्होंने पत्र की शुरुआत में बताया, '24 अगस्त को ट्वीट के माध्यम से मैंने बताया कि पिता रामविलास पासवान को रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

कोरोना काल में लोगों को राशन मिलने की दिक्कत नहीं आए इसलिए पापा अपना चेकअप टालते रहे, जिससे वो थोड़े अस्वस्थ्य हो गए हैं. 

अस्पताल में बीमारी से लड़ रहे हैं पापा
चिट्ठी लिखते-लिखते चिराग पासवान काफी भावुक हो गए. उन्होंने बताया है कि पिछले तीन सप्ताह से दिल्ली के अस्पताल में रामविलास पासवान का इलाज चल रहा है.

उम्मीद है कि जल्द ही स्वस्थ होकर हमारे बीच लौटेंगे. उन्होंने कहा कि इस पत्र को लिखते हुए मैं अस्पताल में पापा को रोज बीमारी से लड़ते हुए देख रहा हूं.  

पापा को ICU में छोड़कर जाना संभव नहीं
एक बेटे के तौर पर पापा को अस्पताल में देखकर बेहद विचलित हो जाता हूं. LJP अध्यक्ष ने बताया कि पापा ने कई बार मुझे पटना जाने का सुझाव दिया लेकिन बेटा होने के नाते पिता को आईसीयू में छोड़कर मेरे लिए कहीं भी जाना संभव नहीं है.

आज उन्हें जब मेरी जरूरत है तो मुझे उनके साथ रहना चाहिए, नहीं तो अपने आपको कभी माफ नहीं कर पाऊंगा.

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