नई दिल्ली: Himachal Pradesh Rajya Sabha Eelction: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट के लिए हुई वोटिंग ने सत्ता में बैठी कांग्रेस पार्टी की धड़कन बढ़ा दी है. दावा है कि पार्टी के 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस के हाथों से न सिर्फ राज्यसभा सीट चली जाएगी, बल्कि राज्य की सरकार भी खतरे में पड़ सकती है.
'मैं जीता तो सरकार गिर जाएगी'
हिमाचल में भाजपा ने हर्ष महाजन को उम्मीदवार बनाया था, जबकि कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को टिकट दिया. हर्ष महाजन का दावा है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार से कांग्रेस विधायक नाराज हैं. यदि मैं राज्यसभा चुनाव जीता, तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी. पूर्व CM जयराम ठाकुर ने भी कहा कि सुक्खू बहुमत खो चुके हैं. उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.
क्या है हिमाचल की विधानसभा का समीकरण?
हिमाचल में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं. बहुमत के लिए 35 सीटों की जरूरत होती है. 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40 सीटें आई थीं. भाजपा को 25 सीटें मिली. 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस का दावा रहा है कि निर्दलियों का समर्थन भी हमारे पास है.
सरकार गिराने के लिए कितने MLA की जरूरत?
यदि भाजपा हिमाचल में कांग्रेस की सरकार गिराना चाहे, तो उसे कांग्रेस के 6 विधायक तोड़ने होंगे. सरकार बनाने के लिए भाजपा को कुल 10 विधायकों की जरूरत है, यदि तीन निर्दलीय भाजपा के पक्ष में आ जाते हैं, तो BJP को कांग्रेस के 7 विधायकों की जरूरत होगी, तब जाकर सरकार बनेगी.
फाइनेंस बिल में स्पष्ट हो जाएगी स्थिति
हिमाचल की विधानसभा में जल्द ही फाइनेंस बिल पेश होगा. बिल के दौरान वोटिंग भी होती है. तभी पता चल जाएगा कि सरकार पर संकट है या नहीं. ऐसा भी मुमकिन है कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए.
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