स्कूल से बचने के लिए फिल्मों की ओर किया रुख, पढ़ाई से दूर भागती थीं काजोल
साल 1992 में फिल्म `बेखुदी` से काजोल ने फिल्मों में एंट्री की जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
नई दिल्ली: काजोल (Kajol) को बॉलीवुड की सबसे ज्यादा चुलबुली एक्ट्रेस कहा जाता है. वह बहुत ही बेबाकी से अपनी बात को मीडिया के सामने रखती हैं. 90 के दशक में काजोल ने एक से बढ़कर एक फिल्में दी और अपना लोहा मनवाया.
साल 1992 में फिल्म 'बेखुदी' से काजोल ने फिल्मों में एंट्री की जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने की वजह से काजोल को पहली फिल्म तो बहुत ही आसानी से मिल गई लेकिन उसके बाद अपनी काबिलियत से उन्होंने सबका दिल जीत लिया.
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काजोल 5 अगस्त को अपना 47वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं. वह मशहूर एक्ट्रेस तनुजा और फिल्म डायरेक्टर शोमू मुखर्जी की बेटी हैं. मशहूर एक्ट्रेस नूतन उनकी मौसी हैं तो वहीं तनीषा मुखर्जी उनकी छोटी बहन हैं. काजोल ने 24 फरवरी साल 1999 में अजय देवगन संग सात फेरे लिए.
पढ़ाई से बचने के लिए फिल्मों में आईं
कुछ मीडिया रिपोर्ट की मानें तो काजोल का मन पढ़ाई में नहीं लगता था और यही वजह है कि उन्होंने फिल्मों की ओर रुख कर लिया. काजोल ने जब पहली फिल्म साइन की, उस समय वह स्कूल में पढ़ती थीं. काजोल की पहली फिल्म ने तो कुछ खास कमाल नहीं किया लेकिन साल 1997 में आई फिल्म गुप्त से काजोल ने सिनेमाप्रेमियों के दिल में खास जगह बना ली.
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एक्टिंग के दम पर रचा इतिहास
काजोल ने फिल्म गुप्त में नेगेटिव रोल अदा किया था. अपने अभिनय से उन्होंने हर किसी को चौंका दिया और इस फिल्म के लिए काजोल को फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला. यह अवॉर्ड जीतकर काजोल निगेटिव रोल के लिए अवॉर्ड पाने वाली पहली महिला एक्ट्रेस बनीं.
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