'काली' के पोस्टर में क्यों है LGBTQ+ फ्लैग? लीना मणिमेकलाई से संबंध जान हो जाएंगे हैरान

Kaali Controversy: लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' काफी विवादों में बनी हुई है. पोस्टर में मां काली को जिस तरह से दिखाया गया है उससे हिंदू समुदाय के लोगों को काफी ठेस पहुंची है. आइए जानते हैं डायरेक्टर लीना का LGBTQ+ समुदाय से क्या कनेक्शन है?

Written by - Shilpa | Last Updated : Aug 6, 2022, 07:10 PM IST
  • क्या 'काली' के LGBTQ+ से लीना का है संबंध
  • 'काली' पोस्टर ने हिंदू आस्था को पहुंचाई ठेस
'काली' के पोस्टर में क्यों है LGBTQ+ फ्लैग? लीना मणिमेकलाई से संबंध जान हो जाएंगे हैरान

नई दिल्ली: फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई (Leena Manimekalai) इन दिनों अपनी फिल्म 'काली' (Kaali) के पोस्टर को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं. उनकी फिल्म के पोस्टर से हिंदू समुदाय के लोग काफी आहत हुए है. लोग फिल्म को बैन करने के साथ-साथ फिल्ममेकर को गिरफ्तार करने की भी मांग कर रहे हैं. भला इस पोस्टर में ऐसा क्या है जिसकी वजह से हिंदू संगठन के लोग काफी नाराज हैं? दरअसल, लीना मणिमेकलई ने 2 जुलाई 2022 को अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' का पोस्टर शेयर किया था.

लीना मणिमेकलई से कनेक्शन कर देगा हैरान

इस पोस्टर में मां काली के किरदार को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है. इसके अलावा मां के हाथों में LGBTQ+ का फ्लैग भी है. इसके बाद सोशल मीडिया पर पोस्टर को लेकर नाराजगी जाहिर की गई. देखते ही देखते देशभर में पोस्टर को लेकर बवाल मच गया है. बता दें कि फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई का LGBTQ+ समुदाय के साथ खास कनेक्शन है, जिसे जानने के बाद अब हर कोई हैरान रह गया है.

LGBTQ+ के साथ लीना मणिमेकलई का कनेक्शन

मूल रूप से तमिलनाडु की रहने वाली डायरेक्टर लीना मणिमेकलई का LGBTQ+ समुदाय के साथ सीधा कनेक्शन है. दरअसल, फिल्ममेकर बाइसेक्सुअल हैं. जी हां, आपने सही पढ़ा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉक्यूमेंट्री फिल्म डायरेक्टर बाइसेक्सुअल हैं. खबरों की माने तो लीना का अपनी सेक्सुअल पहचान को लेकर कहना है कि यह किसी भी इंसान के लिए बेहद निजी चीज होती है. इसमें कोई ऐसी बुराई नहीं है जिसे छुपाया जाए या यह मेरे लिए शर्मिंदगी का कारण हो.

पोस्टर में मां काली के हाथ में LGBTQ+ फ्लैग का अर्थ 

काली फिल्म पोस्टर में एक तरफ जहां, मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है वहीं उनके हाथ में LGBTQ+ समुदाय का फ्लैग है, लेकिन देशभर में बवाल सिगरेट पीने की वजह से ज्यादा हुआ है. वहीं LGBTQ+ फ्लैग की बात करें तो डायरेक्टर इस फिल्म और पोस्टर के माध्यम से LGBTQ+ समुदाय से जुड़ी समस्याओं को दिखाना चाहती हैं. हालांकि, उनका तरीका लोगों को रास नहीं आ रहा, जिसकी वजह से उन्हें आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है. बता दें कि इससे पहले भी डायरेक्टर कई बार अपनी फिल्म के द्वारा LGBTQ+ समुदाय के दर्द और समस्याओं को उजागर कर चुकी हैं.

क्या होता है बाइसेक्सुअल? 

LGBTQ+ में B का अर्थ बाइसेक्सुअल है. जब किसी पुरुष या महिला की सेक्सुअल प्रिफरेंस आदमी और औरत दोनों होते हैं उन्हें बाई सेक्सुअल कहा जाता है. इस तरह के लोग महिला और पुरुष की तरफ समान रूप से आकर्षित होते हैं.

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