नई दिल्ली:Kissa-E-Johnny Walker: जाने कहां मेरा जिगर गया जी...जैसे कई सुपरहिट गाने और अपने कॉमिक टाइमिंग के लिए मशहूर दिग्गज अभिनेता जॉनी वॉकर का गुरुदत्त की फिल्मों में रोल तय होता है. वह अपने दौर के सबसे डिमांडिंग एक्टर थे. जॉनी की रील और रियल लाइफ को लेकर कई किस्से हैं. इसी में से एक हैं चेन्नई शहर से जुड़ा किस्सा, जिसने उन्हें रियल लाइफ में काफी दुख दिया था.


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ऐसे पड़ा जॉनी वॉकर नाम


जॉनी वॉकर का असली नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी था. वो शराबी का रोल इतने परफेक्ट तरीके से करते थे, जैसे उन्होंने सच में शराब पी रखी हो.  इसी कारण उनके किरदार के मुरीद गुरु दत्त ने अपनी फेवरेट व्हिस्की ब्रांड के नाम पर उनका नाम जॉनी वॉकर रख दिया था. 


मद्रास यानी चेन्नई को माना मनहूस


जॉनी वॉकर के लिए परिवार और दोस्त बहुत अजीज थे.  उस समय साउथ में फिल्में बनने का दौर शुरू ही हुआ था, तब उन्होंने भी साउथ की एक फिल्म साइन की थी. फिल्म की शूटिंग के लिए वह मद्रास गए थे. लेकिन यहां आते ही उनके साथ कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने मद्रास को अपने लिए मनहूस मान लिया.


33 साल तक नहीं गए चेन्नई


एक जब पहली बार मद्रास गए, तो उन्हें खबर मिली कि उनकी पत्नी के भाई का निधन हो गया. दोबारा मद्रास गए तो वहां पर पहुंचे उन्हें कुछ ही वक्त हुआ था कि खबर आई कि उनकी मां इस दुनिया में नहीं रहीं और  तीसरी बार जब वह मद्रास पहुंचे तो खबर आई कि उनके अजीज दोस्त गुरु दत्त का इंतकाल हो गया. इस खबर को सुनते ही वह इतना टूट गए कि कभी चेन्नई न आने का फैसला कर लिया. फिर 33 साल बाद कमल हसन के बहुत मनाने पर फिल्म चाची 420 की शूटिंग के लिए जॉनी वॉकर मद्रास गए थे.

 


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