दीपिका पादुकोण और पीवी सिंधू बनी 'भारत की लक्ष्मी'

दिवाली के त्यौहार के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी घर की 'लक्ष्मियों' और देश की बेटियों के कार्यों की सराहना करने के लिए एक नई सोच लेकर आए हैं और इस सोच का नाम है 'भारत की लक्ष्मी' . इस सोच के जरिए देश और अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य कर रहीं बेटियों के असाधारण कार्य को उजागर करना है और उन्हें पूरे देश और समाज में सम्मान दिलवाना है.  

Last Updated : Oct 24, 2019, 12:48 PM IST
    • मोदी ने 'भारत की लक्ष्मी' अभियान की शुरुआत कर बेटियों को सम्मान दिलाने की कोशिश
    • सुपरस्टार दीपिका पादुकोण और बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को भारत की लक्ष्मी मुहिम का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया
दीपिका पादुकोण और पीवी सिंधू बनी 'भारत की लक्ष्मी'

नई दिल्ली:   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'भारत की लक्ष्मी' अभियान की शुरुआत कर बेटियों को सम्मान दिलाने की कोशिश में एक और कदम बढ़ाया है. बॉलीवुड सुपरस्टार दीपिका पादुकोण और बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को भारत की लक्ष्मी मुहिम का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. और इस अभियान से जुड़ी एक वीडियो को नरेंद्र मोदी के साथ-साथ दीपिका और सिंधू ने भी अपने सोशल अकाउंट पर शेयर किया है. 

 

वीडियो 2 मिनट 12 सेकेंड की है. वीडियो की शुरुआत पीवी सिंधू के साथ हुई. सिंधू उसमें महिलाओं के देखे जाने वाले सपने की बात कर रही हैं. वह कह रही हैं कि समाज तब ही आगे  बढ़ता है जब महिलाएं सशक्त होती हैं और उनकी सफलताओं को गर्व से देखा जाता है. उसके बाद दीपिका सपनों को देखने और उसे जीने की बात  करती हैं. वह जीवन के हर पहलू पर बात कर रही हैं.  कैसे एक महिला सपने देखती है और खुद से सवाल कर खुद को समझाती है. चुनौतियों का सामना करते हुए कुछ कर दिखाने की चाह से हार नहीं मानती है. और इस तरह से जब वह कुछ कर दिखाती है तो अपनी उम्मीदों पर खड़ी उतरती हैं. 

इस वीडियो में वह बताती हैं कि एक बेटी घर की लक्ष्मी होती है. लक्ष्मी जी की तरह ही वह घर में समृद्धि, सुख और रोशनी फैलाती है. हर नारी न सिर्फ अपने घर की बल्कि पूरे देश की लक्ष्मी होती हैं. और फिर हर महिला को इस अभियान से जुड़ने की बात कहीं.  

 

वीडियो के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर महिला जिन्होंने असाधारण कार्य किए हैं व अभी भी कर रही हैं वह अपनी या दूसरों की वीडियो सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें. और इस दिवाली उन्हें सम्मानित करें.  इस मुहिम का एक मात्र मकसद महिलाओं के सराहनीय कार्य को सम्मानित करना हैं. इसके पहले केंद्र सरकार की योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ को भी देश भर में भरपूर समर्थन मिला है. 

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