चेन्नई: कोरोना वायरस के वैश्विक संकट के बीच भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से कोई राहत की खबर नहीं है. संतोष केवल इतना है कि लॉक डाउन का पालन सभी देश वासी कर रहे हैं, इससे कोरोना को परास्त किया जा सकता है. कोरोना वायरस की चपेट में आकर एक और शख्स ने अपनी जान गंवा दी है. तमिलनाडु में कोरोना से मौत का पहला मामला है.
खास बात है कि यह शख्स विदेश गया ही नहीं था. यह 23 मार्च को कोरोना से संक्रमित मिला था. इसके बाद इसका इलाज राजाजी हॉस्पिटल में चल रहा था. इस मौत के साथ देशभर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 11 हो गई है.
मृतक की आयु थी साल
बताया जा रहा है कि मृतक की आयु 54 साल थी. मदुरैई के रहने वाले इस 54 वर्षीय की बुधवार को मौत हो गई है. पिछले दो दिनों से उसका राजाजी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था, लेकिन वह ठीक नहीं हो रहा था. उसे डायबिटिज के साथ हाइपरटेंशन की भी समस्या थी. उसकी तबियत लगातार बिगड़ती जा रही थी और आज सुबह ही उसने दम तोड़ दिया.
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तमिलनाडु में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले
तमिलनाडु में अब तक कोरोना के 18 मामले आए है, जिसमें एक की मौत और एक ठीक हो चुका है लेकिन यहां मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.
आपको बता दें कि देशभर में कोरोना के अब तक 560 मामले सामने आए है. इनमें 11 की मौत और 46 ठीक हो चुके है. दिन ब दिन यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.
पीएम मोदी ने की 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा
कोरोना को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था. मतलब पूरे तीन हफ्ते तक देश में संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा. दफ्तर, बाजार, सार्वजनिक परिवहन सबकुछ बंद है. प्रधानमंत्री ने साफ साफ कहा है कि इन 21 दिनों तक इस देश में कोई भी अपने घर से बाहर कदम नहीं रखेगा. केवल जीवनरक्षक सेवाएं ही इस दौरान जारी रहेंगी. पीएम के मुताबिक ये एक तरह से कर्फ्यू ही है.
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