Delhi: दिवाली के बाद पिछले 5 सालों में सबसे खराब हुई वायु गुणवत्ता

दिवाली के अगले दिन दिल्ली में पिछले 5 साल में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई. प्रतिबंध के बावजूद पटाखे फोड़े जाने के कारण वायु गुणवत्ता बिगड़ी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 5, 2021, 09:12 PM IST
  • शुक्रवार को वायु गुणवत्ता काफी बिगड़ी
  • 5 साल बाद वायु गुणवत्ता का ये हाल दिखा
Delhi: दिवाली के बाद पिछले 5 सालों में सबसे खराब हुई वायु गुणवत्ता

नई दिल्ली: दिवाली पर प्रतिबंध के बावजूद पटाखे फोड़े जाने के कारण उत्तर और मध्य भारत के कई भागों समेत राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता बिगड़ी, जिसके चलते दिवाली के अगले दिन दिल्ली में पिछले 5 साल में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPBC) के आंकड़ों के मुताबिक, पटाखे फोड़े जाने और पराली जलाए जाने की घटनाओं के चलते पिछले 24 घंटों में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 462 दर्ज किया गया.

दिल्ली में वर्ष 2020 में दिवाली के अगले दिन 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 435 था जबकि 2019 में 368, 2018 में 390, 2017 में 403 और 2016 में 445 रहा था. इस साल दिवाली के दिन AQI 382 दर्ज हुआ.

गोपाल राय ने भाजपा पर साधा निशाना

इस बीच, दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि राजधानी की वायु गुणवत्ता पराली जलाने की घटनाओं और प्रतिबंध के बावजूद दीपावली पर पटाखे फोड़ने के कारण खराब हुई है. उन्होंने भाजपा पर दीपोत्सव पर लोगों को पटाखे फोड़ने की सलाह देने का आरोप लगाया. इस पर पलटवार करते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल ने कहा कि दिवाली किसी राजनीतिक दल का नहीं, बल्कि हिंदुओं का त्योहार है. उन्होंने पूछा कि क्या आम आदमी पार्टी से जुड़े हिंदुओं को अपने त्योहार मनाने की अनुमति नहीं है?

'गंभीर' श्रेणी में पहुंचा AQI

प्रतिबंध को दरकिनार कर दिवाली पर पटाखे फोड़ने और पराली जलाए जाने से होने वाले उत्सर्जन का योगदान बढ़कर 36 फीसदी होने के कारण शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में आसमान में धुएं का गुबार छा गया. दिल्ली के पड़ोसी शहरों में शुक्रवार दोपहर को AQI 'गंभीर' की श्रेणी में दर्ज किया गया. उल्लेखनीय है कि शून्य और 50 के बीच AQI 'अच्छा', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101-200 के बीच 'मध्यम', 201-300 के बीच 'खराब', 301-400 के बीच 'बहुत खराब', तथा 401-500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.

फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले कणों की सांद्रता बढ़ी

CPBC के अनुसार, फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले महीन कण यानी पीएम2.5 की 24 घंटे की औसत सांद्रता बढ़कर शुक्रवार को दोपहर 2 बजे 430 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गई जो 60 माइकोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित दर से करीब 7 गुना अधिक है. बृहस्पतिवार शाम 6 बजे इसकी औसत सांद्रता 243 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी.

सुबह से ही लोगों की सेहत पर असर

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बड़ी संख्या में लोगों ने पटाखे नहीं फोड़े. मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं, लेकिन कुछ लोगों ने जान-बूझकर पटाखे फोड़े. भाजपा ने उनसे यह सब करवाया.’’ राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों और उसके उपनगरों में लोगों ने सुबह सिर में दर्द, गले में जलन और आंखों में पानी आने की शिकायतें की.

दिल्ली का मौसम बिल्कुल ठीक नहीं है- एस. रविंद्र भट

वहीं, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एस. रविंद्र भट ने शुक्रवार को कहा कि दिवाली के बाद राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण की मात्रा अधिक है और बाहर मौसम बिल्कुल ठीक नहीं है. एक पुस्तक के विमोचन समारोह में न्यायमूर्ति भट ने कहा, “मैं कहूंगा तो आप चौंक जाएंगे कि आज सुबह कुछ अच्छा है तो यह समारोह है, क्योंकि बाहर का मौसम बिल्कुल भी अच्छा नहीं है.”

हरियाणा सरकार ने भी पटाखों पर लगाया था प्रतिबंध

हरियाणा सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले सभी 14 जिलों में पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने दिवाली पर केवल 2 घंटे के लिए हरित पटाखे फोड़ने की अनुमति दी थी. सरकारी वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 36 प्रतिशत रहा, जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक उत्सर्जन है.

जानिए है मुंबई का हाल

उधर, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में दिवाली के मौके पर लक्ष्मी पूजन सादगी भरा रहा. हालांकि, पिछले साल की तुलना में पटाखे अधिक फोड़े गए. सीपीसीबी के मुताबिक, मुंबई में AQI ‘मध्यम’ श्रेणी में जबकि नवी मुंबई और नासिक में ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़