आधुनिक सोच के थे अटल, चुनाव प्रचार में पहली बार किया इंटरनेट का प्रयोग
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने चुनाव प्रचार के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया था. करीब बीस साल पहले जब इंटरनेट अपने शुरुआती दौर में था तब ही अटल बिहारी वाजपेयी के चुनाव प्रचार के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया था.
दिल्ली: आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के संस्थापक अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती है. पूरा देश अपने चहेते नेता और राजनीति के अजातशत्रु अटल जी को उनकी जयंती पर याद कर रहा है.
आधुनिक सोच के थे अटल जी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पूरी तरह से आधुनिक सोच के थे. जिस सोशल मीडिया और इंटरनेट का इस्तेमाल चुनावों में आज किया जाता है उसकी शुरुआत अटली जी ने 20 साल पहले ही कर दी थी. उनका सपना था कि 2020 तक हर भारतीय के हाथ में मोबाइल हो और उसे साकार करने के लिये उन्होंने कई क्रांतिकारी फैसले भी किये थे.
जानें कहां किया था इंटरनेट का इस्तेमाल
साल 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी, लेकिन जयललिता के समर्थन वापस लेने के बाद करीब 13 महीने बाद ही 1999 में यह सरकार गिर गई. इसके बाद 1999 में फिर से आम चुनाव का ऐलान हुआ. तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी तब के संसदीय चुनाव में अकेले ऐसे उम्मीदवार थे जिनका प्रचार न केवल रीयल बल्कि इंटरनेट के वर्चुअल माध्यम से भी किया गया था.
अटल जी के नाम पर वेबसाइट हुई थी लॉन्च
27 जुलाई 1999 को उनके चुनाव प्रचार पर केंद्रित एक वेबसाइट VoteForAtal.Com का उद्घाटन यूपी के बीजेपी मुख्यालय पर बीजेपी नेता और फिल्म स्टार विनोद खन्ना ने किया था. इस चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी को जीत मिली थी और उनके नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी थी.
विश्व का सबसे ऊंचा टनल
अटल जी की जयंती पर सरकार एक बड़ी योजना की शुरुआत करने जा रही है. इसका नाम अटल टनल योजना है. इसमें अटल टनल मनाली से लेह तक होगी. कुल 8.8 किलोमीटर लंबी इस योजना का तकरीबन 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. दावा किया गया है कि ये विश्व का सबसे ऊंचा टनल होगा. साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर लखनऊ में उनके नाम से बन रहे मेडिकल कॉलेज का भी शिलान्यास करने वाले हैं.
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