नई दिल्ली: BJP Popular Leaders: भाजपा के भविष्य को लेकर अक्सर ये सवाल किया जाता है कि मोदी-शाह के बाद कौन? सियासत के जानकार कहते हैं कि कांग्रेस के पास यंग जनरेशन के लीडर हैं, जिनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सचिन पायलट, डीके शिवकुमार और कन्हैया कुमार शामिल हैं. ये मास बेस वाले नेता हैं, जिन्हें सुनना और देखना लोग पसंद करते हैं. तर्क रहता है कि भाजपा में मोदी और शाह के बाद कोई इतना ताकतवर नहीं हो पाया, जो आगे पार्टी को लंबा चला सके. हालांकि, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद अब तस्वीर साफ होती दिख रही है, भाजपा में भी पॉपुलर चेहरे फ्रंट रॉ में आते दिख रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नई पांत के ये नेता लॉ प्रोफाइल
दरअसल, बीते कुछ सालों में भाजपा हाईकमान ने बड़े नेताओं जैसे- शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे, रमन सिंह और बीएस येदियुरप्पा को किनारे कर दिया है. ये सभी अपने-अपने राज्यों में ताकतवर नेता रहे हैं. कई सीटों पर ये हराने और जिताने जितना माद्दा रखते हैं. शिवराज केंद्र में एडजस्ट कर दिए गए, बाकी दोनों नेता अलग-थलग पड़ गए हैं. येदियुरप्पा को हटाकर भाजपा ने कर्नाटक में बसवराज बोम्मई को कमान सौंपी थी. इसका खामियाजा पार्टी को कर्नाटक हारकर उठाना पड़ा. इसके बाद भाजपा ने मध्यप्रदेश में शिवराज को हटाकर मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया. जबकि राजस्थान में वसुंधरा को दरकिनार कर न्यूकमर भजनलाल शर्मा पर भरोसा जताया. इसी तरह छत्तीसगढ़ में रमन सिंह को विधानसभा स्पीकर बना दिया, विष्णु देव साय सीएम बनाए गए. यहां कॉमन बात ये है कि नई पांत के ये नेता पॉपुलर नहीं, बल्कि लॉ प्रोफाइल हैं.


ये नेता हैं जनता में पॉपुलर, भाजपा को बढ़ा सकते हैं आगे 
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद ऐसा लग रहा है, जैसे अब पार्टी सेकंड जनरेशन के ऐसे नेताओं को आगे करेगी जो पार्टी के लिए भविष्य में एसेट साबित हो सकें.  


1. देवेंद्र फडणवीस: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े का भी नाम चल रहे हैं. पंकजा बीड और इसके आसपास के इलाके में वर्चस्व रखती हैं. जबकि तावड़े पार्टी मैन माने जाते हैं, वे रणनीति बनाने में माहिर हैं. इनका जनाधार पूरे महाराष्ट्र में नहीं माना जाता. अंतत: भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस को ही मुख्यमंत्री के रूप में चुना. वे पूरे महाराष्ट्र में जाना-पहचाना चेहरा हैं. पहले भी राज्य के CM रहे. जून 2023 में न्यूज़ एरिना के सर्वे में वे CM पद के लिए लोगों की पहली पसंद बने. इसके अलावा, वे RSS की भी पसंद हैं. चुनाव से पहले RSSने  फडणवीस का नाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए भी आगे बढ़ाया था. फडणवीस योगी के बाद भाजपा में सबसे ताकतवर मुख्यमंत्री माने जाते हैं. संघ का करीबी होना और जनता के बीच पॉपुलर होना, दोनों ही चीजें उन्हें लंबी रेस का हिस्सा बनाती हैं.


2. योगी आदित्यनाथ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद भाजपा के कैडर में सबसे अधिक लोकप्रिय हैं. इंडियन एक्सप्रेस के वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल यादव ने अपनी किताब, 'At The Heart Of Power: The Chief Ministers of Uttar Pradesh' में दावा किया- 2021 में भाजपा आलाकमान ने योगी आदित्यनाथ को CM पद से हटाने का मन बना लिया था. लेकिन इससे पहले ही उन्हें आभास हो गया कि पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. लिहाजा, ये फैसला नहीं लिया गया. RSS भी योगी को आगे बढ़ाने में लगा है. योगी आदित्यनाथ यूपी के बाहर भी उतने ही पॉपुलर हैं, जितने यूपी में. वे आगे चलकर भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार हो सकते हैं. 


3. हिमंत बिस्वा सरमा: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हिंदुत्व के पोस्टर बॉय बन गए हैं. वे असम के बाहर भी पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए जाते हैं. कई सीटों पर डिमांड के हिसाब से प्रत्याशी की जीत के लिए पार्टी उन्हें भेजती है. कांग्रेस से भाजपा में आकर इतनी बड़ी सफलता पाने वाले वे पहले नेता हैं. उन्हें नॉर्थ ईस्ट का 'चाणक्य' भी कहा जाता है. हिमंत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. वे उनके सक्सेसर के तौर पर भी देखे जा रहे हैं. भाजपा की हिंदुत्ववादी राजनीति के सांचे में हिमंत एकदम फिट बैठते हैं.


ये भी पढ़ें- Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र का देवा भाऊ, जो भाजपा के लिए बन सकता है नया 'मोटा भाई'!


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.