सुनसान सड़क पर 'नमाज' के लिए रोकी बस, फिर जो हुआ जानकर दंग रह जाएंगे

उत्तर प्रदेश राज्‍य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) की बरेली डिपो की जनरथ बस को रात के अंधेरे में सुनसान जगह पर रोककर दो यात्रियों को ‘नमाज’ पढ़ने की अनुमति देने के मामले में बस चालक को निलंबित कर दिया गया है जबकि संविदा पर तैनात परिचालक की सेवा समाप्त कर दी गयी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 6, 2023, 10:56 PM IST
  • जानिए क्या है पूरा मामला
  • दो कर्मचारियों पर हुआ एक्शन
सुनसान सड़क पर 'नमाज' के लिए रोकी बस,  फिर जो हुआ जानकर दंग रह जाएंगे

नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश राज्‍य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) की बरेली डिपो की जनरथ बस को रात के अंधेरे में सुनसान जगह पर रोककर दो यात्रियों को ‘नमाज’ पढ़ने की अनुमति देने के मामले में बस चालक को निलंबित कर दिया गया है जबकि संविदा पर तैनात परिचालक की सेवा समाप्त कर दी गयी है. बरेली डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) संजीव श्रीवास्तव ने मंगलवार को यह जानकारी दी. 

जानिए क्या है पूरा मामला
श्रीवास्तव ने बताया कि बरेली डिपो की एक जनरथ बस शनिवार रात करीब साढ़े सात बजे यात्रियों को लेकर सेटेलाइट बस स्टैंड से कौशांबी के लिए रवाना हुई थी. उन्होंने बताया कि बस पर नियमित चालक केपी सिंह और परिचालक मोहित यादव तैनात थे. उन्होंने कहा, ‘‘बरेली से निकलने के बाद चालक-परिचालक ने रामपुर से पहले सुनसान जगह पर शनिवार/रविवार की दरमियानी रात बस को रोक दिया था. 

बीच सड़क पर पढ़ी नमाज
काफी देर तक बस नहीं चलने पर यात्रियों ने इसका कारण पूछा तो पता लगा कि दो मुस्लिम यात्री उतरकर बीच सड़क पर नमाज पढ़ रहे हैं.’’ श्रीवास्तव ने बताया, ‘‘इस पर अन्य यात्रियों ने हंगामा किया. रात के अंधेरे में सुनसान जगह पर बस रोक देने की मंशा पर सवाल उठाए.’’ उन्होंने बताया कि सत्येंद्र नामक यात्री ने पूरी घटना का वीडियो बनाकर रविवार को उसे सार्वजनिक कर दिया था. 

ट्विटर पर वीडियो वायरल
ट्विटर के जरिये परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक से इसकी शिकायत की गई थी. इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक चौधरी के निर्देश पर सोमवार को चालक और परिचालक के खिलाफ कार्रवाई की गई. एआरएम संजीव श्रीवास्तव ने मंगलवार को बताया कि जनरथ बस रास्ते में रोक कर बीच सड़क पर नमाज पढ़वाने के मामले में शिकायत मिलने के बाद चालक को निलंबित किया गया है और संविदा पर तैनात परिचालक की सेवा समाप्त कर दी गई है. 

हालांकि, यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के क्षेत्रीय मंत्री रविंद्र पांडेय ने कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए रोष जताया. पांडेय ने कहा कि एमडी का आदेश है कि किसी भी मामले में कार्रवाई से पहले आरोपी का पक्ष भी सुना जाना चाहिए. कई बार यात्री चालक-परिचालक पर दबाव बनाकर बस रुकवा लेते हैं. इस मामले में भी ऐसा हो सकता है, इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. 

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