चित्रकूट जेल में गैंगवार के बाद जेलर और अधीक्षक पर गिरी गाज, किये गए सस्पेंड
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्काल जेल डीआईजी से रिपोर्ट मांगी.
लखनऊ: चित्रकूट जेल में भी भीषण वारदात के बाद योगी सरकार हरकत में आ गयी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन से तत्काल पूरी रिपोर्ट मांगी है और जेल अधीक्षक व जेलर को निलंबित कर दिया गया है. चित्रकूट जेल में हुए भीषण गैंगवार की पूरे देश में चर्चा है.
CM योगी ने DIG से मांगी रिपोर्ट
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्काल जेल डीआईजी से रिपोर्ट मांगी. सीएम ने निर्देश दिया कि अगले 6 घंटे में एक संयुक्त टीम इस घटना की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराए. जिसके बाद देर शाम डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी पूरे घटनाक्रम का जायजा लेने चित्रकूट जेल पहुंच गए.
दो आपराधिक गुटों में हुई हुई हिंसक झड़प
जेल प्रशासन का कहना है कि चित्रकूट जेल में बंद अंशु दीक्षित ने मुकीम और मेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसने 5 कैदियों को बंधक बना लिया.
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इस दौरान जेल प्रशासन ने अंशु से कैदियों को छोड़ने की अपील की, लेकिन वह नहीं माना. जिसके बाद पुलिस और अंशु के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें अंशु भी मारा गया. यानी कि चित्रकूट जेल में शुक्रवार को तीन अपराधी मारे गए, दो गैंगवार में और एक पुलिस से मुठभेड़ में.
मुख्तार अंसारी का करीबी मारा गया
इस घटना में मारा गया कुख्यात अपराधी मेराज उर मेराजुद्दीन बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी माना जाता था. मुख्तार के खास गुर्गे मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद मेराज ने ही मुख्तार का काम संभाला था.
अंशु दीक्षित ने साल 2013 में भोपाल में एमपी पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम पर गोली चला दी थी. इस घटना में एसटीएफ के दरोगा संदीप मिश्र और भोपाल क्राइम ब्रांच का सिपाही राघवेंद्र पांडेय घायल हो गए थे.
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