दिल्ली में 63 सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त, शीर्ष नेतृत्व में सिर फुटव्वल शुरू

दिल्ली में कांग्रेस के 63 उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा पाये. कांग्रेस का प्रदर्शन पिछली बार से भी ज्यादा बुरा रहा. कांग्रेस को 2015 से भी कम वोट इस बार मिले. दिल्ली के चुनाव परिणाम देखकर कांग्रेस के नेताओं में आपसी कलह और सिर फुटव्वल शुरू हो गयी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 12, 2020, 11:49 AM IST
    • कांग्रेस के 63 उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा पाये
    • हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच तकरार
    • लगातार हार रही है कांग्रेस
दिल्ली में 63 सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त, शीर्ष नेतृत्व में सिर फुटव्वल शुरू

दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की और भाजपा को मात्र 8 सीटें मिली. कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल पाई. कांग्रेस के 63 उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गयी. कांग्रेस ने यहां तक कहा था कि बीजेपी को हरवाने के लिए वह कोई भी बलिदान देने को तैयार है. उसकी बात अक्षरशः साबित हुई और उसके सभी वोटर्स आम आदमी पार्टी की तरफ चले गये.

अपनी हार से ज्यादा भाजपा की हार की खुशी

कांग्रेस को अपनी हार की चिंता नहीं है बल्कि उसे भाजपा की हार से खुशी हो रही है. परिणाम आने से पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केजरीवाल को बधाई देनी शुरू कर दी थी. भाजपा को हराने के लिये कांग्रेस के बड़े नेता इस स्तर तक गिर गये कि उन्होंने अपने उम्मीदवारों की ही हार की दुआ करनी शुरू कर दी.

हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच तकरार

दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच सिर फुटौव्वल शुरू हो गया है. कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदबंरम ने आम आदमी पार्टी (आप) की जीत खुशी जाहिर की थी. चिदंबरम के इस ट्वीट पर दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा कि क्या बीजेपी को हराने का काम कांग्रेस ने आउटसोर्स किया है क्या?

चिदबंरम ने AAP को दी थी बधाई

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत पर पी. चिदंबरम ने कहा था, 'आप की जीत हुई, बेवकूफ बनाने तथा फेंकने वालों की हार. दिल्ली के लोग, जो भारत के सभी हिस्सों से हैं, ने बीजेपी के ध्रुवीकरण, विभाजनकारी और खतरनाक एजेंडे को हराया है. मैं दिल्ली के लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने 2021 और 2022 में अन्य राज्यों जहां चुनाव होंगे के लिए मिसाल पेश की है.'

बुरी तरह हारी कांग्रेस

दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी के खाते में 8 सीटें गई. पिछली बार की तरह कांग्रेस इस बार खाता नहीं खोल पाई. कुल 66 (70 में 4 सीटों पर आरजेडी के प्रत्याशी चुनाव लड़े) उम्मीदवारों में 3 प्रत्याशियों की बड़ी मुश्किल से जमानत बच पाई है. कांग्रेस की 63 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस की जमानत राशि भी जब्त हो गई. जिस कांग्रेस ने लगातार दिल्ली में 15 साल राज किया हो वो कांग्रेस 10 सालों तक विधानसभा में घुसने लायक नहीं बची. 

पिछली बार से भी बुरी हालत

2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 10 फीसदी वोट मिला था जो इस बार घटकर 3 फीसदी वोट मिले हैं. यह पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में आधा भी नहीं है. आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में फिर वापसी करने वाली चांदनी चौक से विधायकअल्का लांबा की करारी हार हुई. वो जमानत तक नहीं बचा पाई. 

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