नई दिल्ली: वैसे तो पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है तमाम राज्य अपनी अपनी तरफ से तमाम प्रभावी कदम उठा रहे हैं ताकि इस महामारी को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके. कई राज्य या तो हॉटस्पॉट सील कर रहे हैं या लॉकडाउन 30 अप्रैल तक आगे बढ़ा रहे हैं. वो गति हर किसी को सहमा रही है, जो 500 प्रति दिन कोरोना मरीज के रूप में पिछले 8 दिनों से भारत में कोरोना की रफ्तार बन चुकी है.


भारत में कोरोना की रफ्तार हो रही बेकाबू


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हम आपसे ये कहना चाहते हैं कि डरना जरूरी है. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं कि आपको डरने की जरूरत है. संभल कर रहने की जरूरत है. लॉकडाउन और सीलिंग को मानने की जरूरत ये समझिए. भारत में कोरोना की रफ्तार आप देखिए रोज़ाना 500 केस बढ़ रहे हैं.


2 अप्रैल                  2069 मामले


3 अप्रैल                  2547 मामले


4 अप्रैल                  3072 मामले


5 अप्रैल                   3577 मामले


6 अप्रैल                   4281 मामले


7 अप्रैल                   4789 मामले


8 अप्रैल                    5274 मामले


9 अप्रैल                    5865 मामले


6 शहरों ने बढ़ाई देश की धड़कन


मुंबई, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, पुणे और सीवान...  की जो कोरोना के खिलाफ सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ रहे हैं. ये वो शहर हैं जहां कोरोना का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिला है जिसने पूरे देश की धड़कने बढ़ा दी है.


मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ा है. बीते दिन 40 से ज्यादा मरीज अकेले इंदौर में मिले जिससे यहां संक्रमितों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है. वहीं भोपाल की बात करें तो कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 100 के पास पहुंच गई है. इनमें 50 लोग वो हैं जो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हैं.


इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र में कोरोना का सबसे बुरा प्रकोप!


मुंबई में तो हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. या फिर ये कहे ऐसा हाल पूरे के पूरे महाराष्ट्र का है. जहां, मरने वालों की संख्या 100 के आस पास पहुंच गई है. पुणे में कोरोना के मामलों की संख्या 200 के पार हो गई है. उज्जैन में भी कोरोना मामले बढे हैं.


इसे भी पढ़ें: क्या अफगानिस्तान में कोरोना फैलाने का साजिश रच रहा है पाकिस्तान?



इसे भी पढ़ें: इमरान ने दो दिन में 2 बार बेवकूफी की हदें कर दीं पार