अंबिकापुरः लगता है कोरोना के साथ-साथ यह भारत में पशुओं खासकर हाथियों के लिए संकट काल है. केरल की गर्भवती हथिनि के बाद हाथियों की मौत का सिलसिला सा शुरू हो गया है. जानकारी के मुताबिक उत्तरी छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन क्षेत्र में बुधवार सुबह 24 घंटे के भीतर दूसरी हथिनी की मौत हो गई. इससे पहले मंगलवार को भी एक हथिनी व उसके गर्भस्थ बच्चे की मौत हुई थी. उसके पेट में 20 माह का गर्भ था.
हथिनी का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका
मंगलवार को जिस स्थान पर गर्भवती हथिनी का शव मिला था, उसके नजदीक ही एक और हथिनी का शव मिलने से वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप है. स्थानीय पशु चिकित्सकों से पोस्टमार्टम कराने के बजाए राज्य मुख्यालय रायपुर से वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञ चिकित्सकों का दिनभर इंतजार चलता रहा. बुधवार को हथिनी का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका.
खतरे में हाथियों की सुरक्षा व संरक्षण
यहां 24 घंटे के भीतर दो हाथियों की मौत हुई है. एक हथिनी गर्भवती थी, ऐसे में इसे 3 जीवों की मौत मानना चाहिए. वन संरक्षक के मुताबिक मंगलवार को जिस हथिनी का शव मिला था, वह बीमार व गर्भवती थी. उसका लीवर 70 प्रतिशत डैमेज हो चुका था और लगभग 200 सिस्ट बन चुके थे.
बुधवार को जिस हथिनी का शव मिला है, उसका पोस्टमार्टम नहीं किया गया है. गुरुवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा.
सोमवार को मलप्पुरम (केरल) में हुई थी एक और मौत
केरल के मल्लपुरम (Mallapuram) जिले के उत्तर नीलांबर फॉरेस्ट रेंज में सोमवार को एक और हाथी की मौत हुई थी. यह हाथी गंभीर रूप से घायल पाया गया था. वन विभाग के पशुचिकित्सक इस हाथी का इलाज कर रहे थे, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं आया.
इसके बाद हाथी ने सोमवार को दम तोड़ दिया था. अनानास में विस्फोटक खिलाने से मृत्यु को प्राप्त होने वाली गर्भवती हथिनी तो सुर्खियों में है ही. हिमाचल में एक गाय को विस्फोटक खिलाया गया था.
केरल में एक और हाथी की मौत, शरीर पर थे कई घाव
बांदा में 15 गाय-गोवंश की मौत
उत्तर प्रदेश के बांदा में 15-गाय व गोवंश की मौत हो गई थी. जानकारी के मुताबिक सभी खेत में चारा खा रहे थे. पशुचिकित्साधिकारी के मुताबिक चारा जहरीला हो गया था. मामले में जांच कर कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है.
अब बांदा में 15 गायों-गोवंशों की मौत, जहरीला चारा बताई जा रही वजह