नई दिल्लीः नागरिकता कानून के विरोध को लेकर ऐसी आग भड़की है कि अब पूरी दिल्ली जली नजर आ रहे हैं. आलम यह है कि कुछ देर में जब लोग सोकर उठेंगे तो उन्हें सुलगती हुई दिल्ली की तस्वीरें दिखेंगी, ढेर सारा धुआं उठता मिलेगा और कान उन चीत्कार के शोर से बजेंगे जो चार लोगों की मौत हो जाने पर उनके परिवार वाले कर रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इतना सब कुछ सिर्फ एक कानून के विरोध में, वह भी उस विरोध में जिसे लगातार शांतिपूर्ण करार दिया जा रहा है. यह सब तब हो रहा है, जब देश राष्ट्रीय अतिथि की खातिरदारी में लगा है. 


गोकुलपुरी टायर मार्केट में लगा दी आग
पूर्वोत्तर दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर भड़की हिंसा के दौरान सोमवार रात गोकलपुरी इलाके में भीड़ ने टायर बाजार में आग लगा दी. दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रात साढ़े 8 बजे भयावह आग लगने के बारे में सूचना मिली थी. इसके बाद आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 15 गाड़ियां भेजी गई थीं.



अधिकारी ने कहा कि कई दुकानों में आग लग गई थी और रात 11:40 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था. 


हेड कांस्टेबल समेत 4 लोगों की मौत
उत्तर पूर्वी दिल्ली में CAA को लेकर भड़की हिंसा में एक हेड कांस्टेबल समेत चार लोगों की मौत हो गई और अर्द्धसैन्य एवं दिल्ली पुलिस बल के कई कर्मियों समेत कम से कम 50 लोग घायल हो चुके हैं. प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और फिर घरों, दुकानों और वाहनों को आग लगा दी. घायलों की संख्या 70 के आस-पास बताई जा रही है. घायलों को उपचार के लिए जीटीबी और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.


CAA का तो है बहाना, ट्रंप का दौरा था असली निशाना


गृहमंत्री शाह ने बुलाई आपात बैठक
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में शुरू हुए दंगों को तुरंत काबू करने के लिए उच्चस्तरीय मंथन किया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमाम आला हुक्मरानों को देर रात ही इस आपात बैठक में तलब किया था. साथ ही केंद्रीय गृह सचिव एके भल्ला ने हालात पर कड़ी नजर रखे होने की बात कही है. उन्होंने हर हाल में शांति कायम करने के लिए की गई सभी जरूरी व्यवस्था पर संतुष्टि जताई.


चूंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सोमवार की रात दिल्ली में ही ठहरे, ऐसे में राजधानी की छवि धूमिल होने से बचाने की जरूरत भी महसूस हुई.