CAA का तो है बहाना, ट्रंप का दौरा था असली निशाना
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CAA का तो है बहाना, ट्रंप का दौरा था असली निशाना

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सफल भारत दौरा विरोधियों की आंख में खटक रहा है. इसलिए इसी दौरान राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा फैलाने की साजिश रची गई. विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की यात्रा के बीच सोची समझी साजिश के तहत दिल्ली में हिंसा फैलाई गई. जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की बदनामी की जा सके.
 

CAA का तो है बहाना, ट्रंप का दौरा था असली निशाना

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के बीच में गड़बड़ी फैलाने की साजिश के तहत दिल्ली में हिंसा भड़काई गई है. खुफिया सूत्रों ने इस बारे में बड़ी जानकारी दी है.

  1. दिल्ली में दंगे के पीछे की साजिश
  2. राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे के बीच हंगामा करने की योजना थी तैयार
  3. दिल्ली को जान बूझकर ऐसे वक्त पर जलाया गया
  4. दिल्ली के दंगे के बारे में खुफिया विभाग को थी सूचना
  5. उसी आधार पर दिल्ली पुलिस ने की सटीक कार्रवाई

दिल्ली पुलिस के पास पहले से थी जानकारी
राजधानी के नॉर्थ ईस्ट और ईस्ट दिल्ली के इलाकों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोधियों और समर्थकों के बीच हुई हिंसा के मामले में खुफिया सूत्रों ने खुलासा किया है कि इस बारे में पहले से अंदेशा था. खुफिया विभाग ने दिल्ली पुलिस को पहले ही अलर्ट जारी किया था कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे के दौरान दिल्ली में CAA विरोध के प्रदर्शनों की संख्या बढ़ सकती है और प्रदर्शन उग्र हो सकते हैं. इन्हीं खुफिया इनपुट के आधार पर दिल्ली पुलिस ने सटीक कार्रवाई की और हंगामा बढ़ने नहीं दिया.

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देश को अस्थिर करने की है साजिश
पुलिस के मुताबिक रविवार (23 फरवरी) को जो कुछ दिल्ली में हुआ वो पहले से की गई प्लानिंग और साजिश के तहत हुआ और ये उग्र प्रदर्शन जारी है. ऐसा बताया गया है कि इनके पीछे वही ताकतें शामिल हैं जो शाहीन बाग में सक्रिय हैं. ये देश विरोदी ताकतें नहीं चाहती कि मामले का संवेदनशील तरीके से हल निकले. ये लोग चाहते हैं कि शाहीन बाग में जारी गतिरोध बना रहे. ये लोग चाहते हैं कि ट्रंप के भारत दौरे के दौरान इतनी अराजकता हो कि मामला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़े ले. इसमें कई तरह की मजहबी कट्टपंथी ताकतों से लेकर राजनीतिक दल और एनजीओ भी शामिल हैं.

दंगाइयों ने ले ली है एक पुलिसकर्मी की जान
सोमवार को भी उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा, गोकुलपुरी और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा इलाके में नागरिकता कानून को लेकर बड़ी हिंसा हुई. इस हिंसा में अब तक एक पुलिस कांस्टेबल  की मौत हो गई. जबकि आईपीएस रैंक के दो अधिकारी अस्पताल में भर्ती है. इनके अलावा चार अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हैं.

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दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक एसीपी के रीडर रतन लाल (हेड कॉन्टेबल) की मौत हो गई. शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा भी घायल हुए हैं. इसके बाद भजनपुरा के एक पेट्रोल पंप के नजदीक एक कार में आग लगाई जिसके बाद पेट्रोल पंप भी आग की चपेट में आ गया.
उत्तर पूर्व और पूर्वी दिल्‍ली के कई इलाकों में भड़की इस हिंसा के बीच प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में आग लगा दी. मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने अपने वायरलैस सेट से पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी दी, 'डीसीपी साहब की गाड़ी में चांद बाग मजार के पास आग लगा दी गई है.'

मेट्रो सेवा बंद की गई
दिल्ली की लाइफ लाइन समझी जाने वाली मेट्रो सेवा दंगाइयों के डर से बंद कर दी गई है. उत्तर-पूर्व जिले में हिंसा के बाद  जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. ट्रेन के वेलकम मेट्रो स्टेशन से टर्मिनेट किया जा रहा है.

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हिंसक प्रदर्शन के कारण दिल्ली के पूर्वी-उत्तरी इलाकों और लोनी-गाजियाबाद को दिल्ली से जोड़ने वाली मेट्रो लाइन का दिल्ली से संपर्क कट गया है. ऐसे में रोज आवाजाही करने वाले यात्रियों के लिए भी मुश्किल खड़ी हो गई है.

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