सीलमपुर हिंसा मामला: पुलिस ने 10 और संदिग्ध दंगाईयों को किया गिरफ्तार
दिल्ली के सीलमपुर में हिंसा भड़काने के मामले में पुलिस ने 10 और संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही गिरफ्तार होने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है.
नई दिल्ली: सीलमपुर (Seelampur) में हिंसा भड़काने के आरोपियों को पकड़ने में सीसीटीवी फुटेज बहुत काम आ रही है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सीसीटीवी कैमरों में हुई रिकॉर्डिंग के आधार पर 10 और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
बुधवार को भी हुए थे 8 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने कल भी 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद अब गिरफ्तार होने वालों की संख्या 18 हो गई है. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी स्थानीय निवासी हैं और इनमें से 4 का आपराधिक बैकग्राउंड रहा है.
पुलिस का दावा है कि इन्होंने ही गाड़ियों पर पथराव किया ओर बाइकों को आग के हवाले किया था साथ ही पुलिस बूथ में आग लगाई.
पुलिस ने दर्ज की है 3 FIR
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), 2019 के विरोध में दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा और आगजनी के मामले में मंगलवार देर रात तीन FIR दर्ज की गई थीं.
इस इलाके में अभी भी धारा 144 लगी हुई है और पुलिस की ओर पेट्रोलिंग की जा रही है.
कुछ इस तरह भड़काई गई थी हिंसा
मंगलवार को सीलमपुर में भड़काई गई हिंसा में 12 पुलिसकर्मियों और कुछ बच्चों समेत कुल 34 लोग घायल हुए.
रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए थे. एक पुलिसकर्मी को पीटा गया और उसका वायरलेस सेट छीन लिया गया.
CAA के विरोध के नाम पर गुंडागर्दी
केन्द्र सरकार के नए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध की आड़ लेकर राजधानी के सीलमपुर-जाफराबाद इलाके में उपद्रवियों भारी हंगामा मचाया था. प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की कई बसों में जमकर तोड़फोड़ की थी. यही नहीं दंगाइयों ने जाफराबाद इलाके में पुलिस की वैन में आग भी लगा दी थी.
सीलमपुर इलाके में बसों में तोड़फोड़ के साथ ही प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बलों पर जमकर रोड़े और पत्थर भी चलाए. इलाके में तनाव बढ़ता देखकर 3 मेट्रो स्टेशनों वेलकम, जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर के गेट बंद करने पड़े. दंगाई सीलमपुर से ही इकट्ठा हुए थे. जो कि जाफराबाद की तरफ मार्च कर रहे थे. जाफराबाद इलाके में पहुंचकर दंगाईयों ने हिंसा भड़कानी शुरु कर दी थी.
कई घंटो तक जारी रहा था बवाल
सीलमपुर में करीब कई घंटों तक दंगाईयों का हंगामा चलता ही रहा. इस पूरे हंगामे की शुरुआत दोपहर 1 बजे से हुई. पहले तो प्रदर्शनकारी नए नागरिकता कानून को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन देखते देखते भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने बवाल शुरु कर दिया और पथराव-आगजनी पर उतर आए.
पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किए गए सभी लोगों के बैकग्राउंड की भी छानबीन शुरु कर दी है. इसके पहले जामिया इलाके में भड़काई गई हिंसा में भी कई अपराधियों के शामिल होने की बात सामने आई थी.
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