कुछ इस तरह भड़काया गया था सीलमपुर में दंगा, जानिए पूरा घटनाक्रम

दिल्ली के सीलमपुर में हंगामा और तोड़ फोड़ ऐसे ही नहीं शुरु हो गई थी. इसके लिए उपद्रवियों ने पूरी तैयारी की थी. खुफिया विभाग के अधिकारियों ने अपनी तफ्तीश के बाद कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 18, 2019, 03:06 PM IST
    • कुछ इस तरह फैलाया गया सीलमपुर में दंगा
    • स्थानीय नेताओं की थी शह
    • आप और कांग्रेस नेताओं ने मिलकर भड़काया दंगा
कुछ इस तरह भड़काया गया था सीलमपुर में दंगा, जानिए पूरा घटनाक्रम

नई दिल्ली: दिल्ली के सीलमपुर में मंगलवार को जो हिंसा भड़की उसके पीछे सोची समझी साजिश थी. लोकल इंटेलिजेन्स यूनिट(LIU) के अधिकारियों ने अपनी तफ्तीश में पूरा घटनाक्रम बयां किया है. जिससे पता चलता है कि इसके पीछे स्थानीय नेताओं का हाथ था. 

खुफिया अधिकारियों ने किया खुलासा
सीलमपुर हिंसा में लोकल इंटेलिजेन्स यूनिट(LIU) के अधिकारियों ने अपनी जांच में पाया कि मंगलवार को जब प्रदर्शन शुरू हुआ तब भीड़ पूर्व कांग्रेस विधायक मतीन अहमद के नेतृत्व में चौहान नगर गली नंबर 14 से निकल रही थी. 

भीड़ दोपहर में लगभग 1.20 बजे इकट्ठा होनी शुरु हुई. भीड़ की शुरुआत मरकजी चौक जाफराबाद से हुई. उस समय तक यहां लगभग 200 लोग इकट्ठा थे. खुफिया विभाग के स्थानीय अधिकारी इन लोगों पर नजर रखे हुए थे. 

इसके बाद मरकजी चौक की भीड़ मौजपुर से होते हुए जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पहुँच गई. उसके बाद भीड़ लगातार बढ़ती गई.  फिर प्रदर्शनकारी जाफराबाद मेट्रो स्टेशन से होते हुए सीलमपुर के टी प्वाइंट पर पहुंच गए. जहां पुलिस ने इन्हें बैरिकेड लगाकर रोक दिया. 

स्थानीय नेताओं की बड़ी भूमिका
जब ये घटनाक्रम चल रहा था उसी समय कांग्रेस के पूर्व विधायक मतीन अहमद की रैली ब्रह्मपुरी से शुरू हो चुकी थी और वो रैली सीलमपुर मार्केट तक पहुँच गई. जिसके बाद वो रैली फल बाजार की तरफ बढ़ गई. 

इस बीच दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी के विधायक हाजी इशराक सीलमपुर टी पॉइंट पहुँच गए. 

इसके बाद कुछ ही देर में स्थानीय काउंसलर अब्दुल रहमान भी सीलमपुर टी पॉइंट पर जमा भीड़ के पास पहुंच गए. इन दोनों ने पहले तो भीड़ से बात की और फिर भाषण देना शुरु कर दिया. 

उसी दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने की कोशिशें शुरु कर दीं. क्योंकि ज्यादा भीड़ इकट्ठा होने की वजह से वहां जाम की स्थिति पैदा हो गई थी. 

लेकिन नेताओं के रवाना होने के महज 10 मिनट बाद वहां भगदड़ मच गई और पथराव शुरु हो गया. पथराव शुरु होने के महज चंद मिनट पहले ही स्थानीय काउंसलर भी मौके से निकल गया. 

इस बीच दिल्ली के सीलमपुर में हिंसा फैलाने के मामले में गिरफ्तार किए गए 6 लोगों की भूमिका की जांच जारी है. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि गिरफ्तार लोगों ने बताया है कि ये लोग स्थानीय नेताओ के बहकावे में आ गए थे. 

पुलिस ने बताया है कि पहली प्राथमिकता इलाके में शांति बहाल करना है. जिसके बाद जांच करने पर FIR में और भी नाम जोड़े जा सकते हैं. 

ये भी पढ़ें- सीलमपुर दंगा मामले में 6 लोग गिरफ्तार

ये भी पढ़ें- सीलमपुर जैसे दंगे रोकने के लिए पुलिस उठा रही है कदम

ट्रेंडिंग न्यूज़