जैैसलमेर: राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर चार एंटी टैंक माइंस बरामद हुई है जिसके बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी फैल गयी है. यह घटना तब सामने आई जब लोंगेवाला क्षेत्र में ओएनजीसी के तेल और गैस खोजे जा रहे थे इसी दौरान यह टैंक माइंस मिले. 


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दो बार भारत और पाकिस्तान के बीच बड़े युद्ध का गवाह रहा है यह सीमा


लोंगेवाला की बात करें तो यह क्षेत्र 1965 और 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़े गए बड़े युद्ध का बैटल फील्ड रहा है. फिलहाल ओएनजीसी के मजदूरों ने एंटी टैंक माइंस को बाहर निकाल लिया है. BSF के अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और सीमा पर तैनात सैनिक मामले की जांच में जुट चुके हैं. 


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रक्षा प्रवक्ता का बयान


भारत के रक्षा प्रवक्ता सोंबित घोष सेना की ओर से टैंकों की लोडिंग के अभ्यास के दौरान एक जवान की टैंक के नीचे दब जाने से मौत हो गई थी और एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था. इससे पहले भी राजस्थान के बीकानेर स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में फायरिंग के दौरान टी-90 टैंक का बैरल अक्टूबर महीने में फट गया था जिसमें एक जवान शहीद हो गया था. बार-बार टैंक की इस तरह की घटना सामने आ रही है अब यह देखना है कि इस तरह की लापरवाही किस वजह से की जा रही है जिसकी कीमत सैनिकों को जान गंवा कर चुकानी पड़ रही है.