दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि यह संरचनात्मक रूप में होनी चाहिए. ऐसा तभी होगा जब शाहीन बाग के लोग भी बातचीत को तैयार होंगे. आपको बता दें कि शाहीन बाग के लोग लगातार उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं और देश के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.


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सरकार को बातचीत करने में कोई दिक्कत नहीं- कानून मंत्री


कानून मंत्री का रविशंकर का यह बयान एक निजी टीवी चैनल पर दिए इंटरव्यू के दौरान आया. कार्यक्रम में शाहीन बाग के प्रतिनिधि करने वाले भी मौजूद थे. उन्होंने रविशंकर से पूछा कि अबतक सरकार की तरफ से किसी ने बातचीत की कोशिश क्यों नहीं की. इस पर रविशंकर ने कहा कि सरकार बातचीत को हमेशा तैयार हैं, लेकिन शाहीन बाग के कुछ नेताओं का बयान आता है कि बातचीत तबतक नहीं होगी जबतक सीएए वापस नहीं होगा. लेकिन अगर फिर भी प्रदर्शनकारियों की तरफ से बातचीत की गुजारिश आएगी तो वे जरूर करेंगे.



शाहीन बाग के लोग अपनी मांग पर अड़े


शाहीन बाग के लोग अपनी मांग पर अड़े हैं और लगातार उस NRC को वापस लेने की  मांग कर रहे हैं जो अब तक लागू ही नहीं हुई. ये लोग सरकार की कोई बात समझने को तैयार नहीं हैं. धरना पर बैठी महिलाओं ने कहा कि सरकार की मंशा अब भी ठीक नहीं लगती. अगर सरकार को बात करनी है तो वह सिर्फ बोले नहीं बल्कि पहल करे और CAA और NRC कानून को वापस लेने की घोषणा करे.


शाहीन बाग में कई देशद्रोही बयान दिये गये


सारे देश ने देखा जब एक स्टिंग ने शाहीन बाग़ की असलियत दिखाई कि यहां बैठ कर टाइम पास करने वालों को रोज़ का पेमेन्ट होता है, फ्री का खाना-पीना नाश्ता और मनोरंजन अलग से मुहैया कराया जाता है. इसके अलावा शाहीन बाग प्रदर्शन को प्रोत्साहित करने वाले लोगों ने कई देश विरोधी बयान दिये. शरजील इमाम ने कहा था कि असम को भारत से काट देंगे. इस पर वो जेल में बंद है. साथ ही शाहीन बाग में जिन्ना वाली आजादी की मांग की गई थी.


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