रहस्यमय मौतों वाला वायरस कहीं भारत न आ जाए?
भारत सरकार ने पूरी सावधानी बरती है और काफी प्रभावशाली कदम उठाये हैं इस वायरस को भारत में आने से रोकने के लिए..
नई दिल्ली. आजकल मौत का नया सामान आया है बाज़ार में और इसका नाम है नोवेल कोरोना वायरस जिसे एनसीओवी भी कहा जाता है. इस वायरस ने दुनिया में अब तक 14 लोग मार दिए हैं. लेकिन डरने की जरूरत आपको तब नहीं है जब आप भारत में हैं. भारत से बाहर हैं या बाहर जा रहे हैं तब आपको सावधानी की ज़रूरत बिलकुल है.
भारत सरकार है चौंकन्नी
भारत सरकार ने पूरी सतर्कता बरती है और इस वायरस के मूल प्रवेश द्वार अर्थात एयरपोर्ट्स पर चेकिंग की प्रक्रिया लागू कर दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता के एयरपोर्ट्स पर चीन से आने वाले पर्यटकों की थर्मल स्कैनर के माध्यम से जांच शुरू कर दी गई है. इस संबंध में विमानों में भी घोषणाएं की जा रही हैं.चीन जाने और आने वाले यात्रियों के लिए अडवाइज़री जारी कर दी गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय से हुई है पुष्टि
दुनियाभर में अब तक नोवेल कोरोना वायरस से होने वाली कुल 14 लोगों की मौत के मामले प्रकाश में आए हैं. भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से इस तथ्य की पुष्टि आ चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार नोवेल कोरोना वायरस से मरने वालों में एक चीन का नागरिक भी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि नोवेल कोरोना वायरस की गहन समीक्षा की जा रही है.
चीन जापान और थाईलैंड हैं गिरफ्त में
नोवेल कोरोना वायरस अभी तीन देशों में देखा जा रहा है. एक अमरीकन रिपोर्ट के अनुसार चीन में इस खतरनाक वायरस के अब तक 45 लोग शिकार बन चुके हैं. चीन के अतिरिक्त थाईलैंड और जापान में भी इस वायरस के पहुँचने की खबर आई है. चीन से बाहर अब तक ऐसे तीन मामले पाए गए हैं. इस वायरस के तार चीन के वुहांग शहर से जुड़े होने की जानकारी मिली है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़ यह वायरस अभी विकसित होने की प्रक्रिया से गुजर रहा है.
सी फ़ूड से जुड़ा है कोरोना वायरस
जो शुरूआती जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन से मिली है उसके अनुसार सी फ़ूड खाने वालों को सावधान रहने की अधिक आवश्यकता है क्योंकि यह वायरस सी-फूड से जुड़ा है. नोवेल कोरोना वायरस विषाणुओं की एक फैमिली से जुड़ा है और यह लोगों को बीमार कर रहा है. यह वायरस ऊंट, बिल्ली और चमगादड़ सहित कई जानवरों में भी प्रवेश कर रहा है. असावधानीवश ये पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं.