नई दिल्ली. तकनीक ज़िंदगी आसान करती है लेकिन ज़िंदगी के लिए मुसीबतें भी खड़ी कर सकती है, बशर्ते आप उस तकनीक का सही तरह से इस्तेमाल करना जानते हों. इयरफोन नाम की डोरी आजकल ऐसी ही एक तकनीक है जो लटकी तो कान में रहती है लेकिन नुक़सान आपकी पूरी बॉडी को पहुंचा सकती है.
घंटों गाना सुनना या पढ़ाई करना घातक
अगर आप कार में, बस में या मेट्रो ट्रेन लम्बे सफर के दौरान कान में इयरफोन लाए के घंटों गाने सुन रहे हैं या पढ़ाई कर रहे हैं, तो अभी से रोक दीजिये ऐसा करना. क्योंकि इयरफोन का ये इस्तेमाल आपको परेशानी में डाल सकता है. ऐसा करने से आपके कान सहित आपके शरीर को भी नुक़सान पहुंच सकता है.
हो सकता है कानों में इंफेक्शन
तकनीक के इस्तेमाल के साथ उसका हम पर क्या असर होता है - ये हमें पहले जान लेना चाहिए. अगर हम देर तक ईयरफोन लगाकर गाने सुनते रहते हैं तो जान लीजिये हमारे कानों में इंफेक्शन हो सकता है. हमारे कान 65 डेसिबल तक की ध्वनि सहन कर सकते हैं. अगर हम 40 घंटे से ज्यादा देर तक ईयरफोन पर 90 डेसिबल की ध्वनि स्तर पर कुछ सुन रहे हैं तो हमारे तो कान की नसें पूरी तरह से मर सकती हैं.
दिमाग पर बुरा असर पड़ता है
ईयरफोन का इस्तेमाल करके देर तक कुछ सुनना दिमाग पर भी बुरा प्रभाव डालता है. ईयरफोन से विद्युत चुंबकीय तरंगे निकलती हैं जो सीधे हमारे दिमाग में जाती हैं. ये विद्युत् चुंबकीय तरंगे अगर देर तक दिमाग के भीतर जा रही हैं तो ये दिमाग के सेल्स को काफी क्षति पहुंचाती हैं. आज कल लगभग पचास फीसदी नौजवानों में कान की समस्या का कारण ईयरफोन्स का अत्यधिक इस्तेमाल है. इससे कान में दर्द, सिर दर्द या नींद नहीं आना, आदि कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
आप बहरे हो सकते हैं
इयरफोन के कारण शुरुआत में आपको कम सुनाई देने लगता है. दूर का सुनाई देना बंद हो जाता है. फिर धीरे-धीरे कान सुन्न पड़ने लगते हैं और अंत में एक ऐसी स्थिति आ जाती है जब आप बिलकुल बहरे हो सकते है. कानों की सुनने की क्षमता महज 90 डेसिबल होती है जो लगातार सुनने से कम होने लग जाती है और 40 से 50 डेसिबल तक नीचे चली जाती है. कुल मिला कर ये नुक़सान आपको बहरा कर देता है.
कैंसर हो सकता है
लगातार ध्वनि का आपके दिमाग में प्रवेश करना बाहरी भाग के कान के परदे को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ अंदरूनी हेयरसेल्स को भी चोट पहुंचाता है़. आपकी आयु बढ़ने के साथ ही देर तक इयरफोन के इस्तेमाल के नुकसान कई रूपों में सामने आने लगते हैं. अगर आप तेज आवाज़ में इयरफोन सुनते हैं तो धीरे धीरे आपको मानसिक बीमारियां हो सकती हैं. आपको हृदय रोग भी हो सकता है और आपके शरीर में कैंसर भी जड़ें जमाने लगता है.