नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 22-23 अप्रैल को अपने प्रशासन द्वारा आयोजित किए जाने वाले शिखर सम्मेलन में जलवायु पर चर्चा करने करने के लिए कई हस्तियों को आमंत्रित किया है, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं.
व्हाइट हाऊस ने शुक्रवार को कहा, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कार्रवाई किए जाने की तात्कालिकता पर विचार-विमर्श करने के लिए बाइडन द्वारा आमंत्रित किए गए अन्य हस्तियों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे त्शेरिंग शामिल हैं.
इन्हें भी भेजा आमंत्रण
इनके अलावा, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सहित कई अन्य यूरोपीय नेताओं को भी शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया है.
शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले अन्य हस्तियों में सऊदी अरब के राजा सलमान बिन अब्दुल अजीज, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन भी शामिल हैं.
यह भी पढ़िएः बांग्लादेश के जशोरेश्वरी मंदिर में पीएम मोदी ने क्या कहा-जानिए खास बातें
आर्थिक लाभों पर होगी बात
व्हाइट हाऊस ने कहा, जलवायु शिखर सम्मेलन में प्रभावी तात्कालिक कार्रवाई और इससे होने वाले आर्थिक लाभों पर बात की जाएगी. यह ग्लासगो में इस नंवबर को आयोजित होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा.
इस वर्चुअल समिट का लाइव-प्रसारण किया जाएगा ताकि हर जगह के लोग इसे देख सके.
बाइडन ने जलवायु परिवर्तन की लड़ाई को अपनी विदेशी और घरेलू नीतियों के लिए एक स्तंभ बना लिया है. जनवरी में अपना कार्यभार संभालने के बाद उनकी पहली कार्रवाइयों में से एक पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में अमेरिका को शामिल करना था.
इस सम्मेलन का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को पूरा करने में एक वैश्विक नेता के तौर पर अमेरिका और अपनी स्थिति को मजबूत बनाना और अपने कद को ऊपर उठाना है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.