नई दिल्ली:  कर्नाटक में IT कंपनियों ने वहां की कांग्रेस सरकार से कर्मचारियों के काम के घंटे को 8 से बढ़ाकर 14 घंटे करने की मांग की है. कंपनियों के इस प्रस्ताव पर IT कर्मचारियों ने कड़ा विरोध जताया है. छंटनी का खतरा और स्वास्थय संबंधी समस्याओं को लेकर कर्मचारियों ने इस कदम को अमानवीय बताया है. 


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14 घंटे ओवरटाइम का रखा प्रस्ताव 
IT कंपनियों के इस प्रस्ताव में कहा गया है कि IT/ITES और BPO क्षेत्र के कर्मचारियों को रोजाना 12 घंटे से ज्यादा और 3 महीने तक लगातार 125 घंटों से ज्यादा काम करने की जरूरत हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्नाटक सरकार ने इस मामले को लेकर एक बैठक की है और जल्द ही इस पर फैसले लिए जा सकते हैं. बता दें कि अगर सरकार IT कंपनियों की बात मान लेती है तो कानूनी तौर पर वर्किंग टाइम 14 घंटे ( 12hrs+ 2 hrs overtime) हो जाएंगे. वर्तमान में श्रम कानून की ओर से 12 घंटे (   10hrs+ 2 hrs overtime) का ही नियम लागू है. 


कर्मचारी संघ ने जताई आपत्ति 
कर्नाटक में वर्किंग टाइम बढ़ाने को लेकर IT कर्मचारियों में काफी विरोध है. इसको लेकर कर्नाटक राज्य IT/ITES कर्मचारी संघ ( KITU) ने बयान जारी करते हुए कहा,' इस नए नियम से 3 प्रणाली की वर्किंग शिफ्ट 2 में बदल जाएगी, जिससे एक तिहाई कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे.' कर्मचारी संघ ने कहा कि कर्नाटक सरकार कर्मचारियों को इंसान न समझकर महज एक मशीन समझती है. सिद्धारमैया सरकार IT कंपनियों के इस प्रस्ताव पर एक बार फिर विचार करे. कर्मचारी संघ ने सरकार से मांग को लागू न करने का आग्रह किया है. 


कैसा होना चाहिए वर्क शेड्यूल? 
काम के चलते ज्यादा देर तक कुर्सी पर बैठे रहना हमारी सेहत के लिए हानिकारक है. इससे सर्वाइकल, पीठ दर्द और कई तरह की स्वास्थय समस्याएं हो सकती हैं. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के 'स्विनबर्न यूनिवर्सिटी' की ओर से की गए एक स्टडी के मुताबिक हेल्दी रहने के नियमित 5 घंटे खड़ा रहना चाहिए और 6 घंटे बैठना चाहिए. इससे हमारा शरीर हेल्दी रहना चाहिए. वहीं इंसान को नियमित 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए.  


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