कोलकाताः पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ को एक बार फिर छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा है. मंगलवार सुबह जब वह कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी के कैंपस पहुंचे तो प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनके काफिले को रोक लिया. इस दौरान हंगामे की वजह से अफरातफरी का आलम है. गवर्नर का विरोध कर रहे छात्रों ने उन्हें कार से उतरने ही नहीं दिया. मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों ने किसी तरह छात्रों को हटाने की कोशिश की.
आज ही (मंगलवार को) यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह प्रस्तावित था. इस बीच गवर्नर ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कुलपति पर निशाना साधा है.
West Bengal Governor Jagdeep Dhankar: All vice chancellors are invited for an interactive session on 13 January 2020, at 11 am in Raj Bhavan. Vice chancellors are being advised to send in writing their concerns a week in advance, so I am in a postilion to understand their issues. pic.twitter.com/0ERdtLI879
— ANI (@ANI) December 24, 2019
दूसरी ओर इस मामले के बाद गवर्नर 13 जनवरी को सभी कुलपतियों की एक बैठक बुलाई है. राजभवन में आयोजित इस मीटिंग में सभी कुलपति पहुंचेंगे.
दीक्षांत समारोह रद्द करने पर बढ़ा विवाद
गवर्नर का विरोध कर रहे छात्रों ने हाथों में सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) और एनआरसी के विरोध में तख्तियां लिए नारेबाजी की. वे लगातार गवर्नर गो बैक (राज्यपाल वापस जाओ) के नारे लगाते दिखे. इसके साथ ही प्रदर्शनकारी छात्रों ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए. इससे पहले सोमवार को भी राज्यपाल जगदीप धनखड़ से जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों ने दो बार धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए थे.
#WATCH: West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar at Jadavpur University after being blocked outside by protesting students, says"It's a painful moment for me as a Chancellor&Governor.There's total collapse of rule of law in the state.The state Govt has put education in captivity." pic.twitter.com/GcayRcxqef
— ANI (@ANI) December 24, 2019
इससे एक दिन पहले ही उन्होंने संभावित गड़बड़ी की आशंका के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 24 दिसंबर को होने वाले विशेष दीक्षांत समारोह को रद्द करने के फैसले को अवैध और अमान्य करार दिया था.
ममता बनर्जी पर वार- कानून व्यवस्था चरमराई
इस बीच राज्यपाल धनखड़ ने अपने साथ हुए बर्ताव की कड़ी आलोचना करते हुए सीएम ममता बनर्जी पर इशारों में वार किया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, एक चांसलर और गवर्नर के रूप में मेरे लिए यह बहुत दर्दनाक समय है. हमारे छात्र कन्वोकेशन में अपनी डिग्री पाने का इंतजार कर रहे हैं.
उनके कठिन परिश्रम का फल. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सिस्टम को बंधक बना लिया. यूनिवर्सिटी और राज्य प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है. राज्य में पूरी तरीके से कानून व्यवस्था चरमरा गई है. यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि राज्य सरकार ने शिक्षा को अपने कब्जे में ले लिया है. वाइस चांसलर रिमोट कंट्रोल से चलाए जा रहे हैं.
मेरठ जा रहे राहुल-प्रियंका रास्ते में ही रोके गए
वीसी मूक दर्शक बनकर बैठे हुए हैं: राज्यपाल
धनखड़ ने ट्विटर पर लिखा, दर्दनाक हालत है क्योंकि जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति अपने दायित्वों के बारे में जान-बूझकर अनजान हैं. वह अपनी अनुपस्थिति का बहाना बना रहे हैं. वह कानून के शासन के पतन वाले कैंपस की अध्यक्षता कर रहे हैं. बर्बादी की स्थिति. राज्यपाल ने आगे लिखा, मुझे हैरानी है कि वाइस चांसलर निष्क्रिय मुद्रा में मूक दर्शक बनकर बैठे हुए हैं. हमारे सिस्टम के नाकाम होने की इस अप्रत्याशित घटना पर वह चुप्पी साधे हैं. यह काम उन ताकतों की ओर से किया गया है, जिन्हें हमारी शिक्षा व्यवस्था पर कम या लंबे समय तक होने वाले नुकसान का अनुमान नहीं है.
A painful scenario that the Jadavpur University Vice Chancellor is oblivious deliberately of his obligations and looking for alibis. He is presiding total collapse of rule of law. Ruinous state of affairs.
— Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 24, 2019