नई दिल्लीः Maharashtra Political Crisis: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार और मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ अन्य विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है.
निर्वाचन आयोग को भी दी गई जानकारी
रविवार देर रात एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पाटिल ने कहा कि अयोग्यता याचिका विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भेज दी गई है. उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग को भी एक ई-मेल भेजा गया है जिसमें बताया गया है कि राकांपा के नेता और कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ हैं.
शरद का साथ छोड़ सरकार में शामिल हुए अजित
शरद पवार की ओर से 1999 में स्थापित पार्टी को रविवार दोपहर उस समय विभाजन का सामना करना पड़ा, जब उनके भतीजे अजित पवार उपमुख्यमंत्री के रूप में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए.
मौजूदा घटनाक्रम का विपक्षी एकता पर असर नहीं: सुले
वहीं एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और अजित पवार की चचेरी बहन सुप्रिया सुले ने कहा कि राकांपा के मौजूदा घटनाक्रमों का विपक्षी दलों की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
अपने बड़े भाई से लड़ नहीं सकतीः सुप्रिया
मुंबई में सुले ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उनके पिता और राकांपा प्रमुख शरद पवार का कद और बढ़ेगा. उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी की विश्वसनीयता में भी और इजाफा होगा.’ सुले ने यह भी कहा कि अजित पवार के भिन्न विचार हो सकते हैं, लेकिन वह अपने बड़े भाई से कभी नहीं लड़ सकतीं और हमेशा एक बहन की तरह उनसे प्रेम करेंगी.
सुले ने कहा कि 2019 में जब अजित पवार पहली बार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली अल्पकालिक सरकार का हिस्सा बने थे, तब से अब तक वह पार्टी की जिम्मेदारियों को लेकर काफी परिपक्व हो गई हैं. बताया जा रहा है कि पिछले महीने सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाना अजित पवार के विद्रोह का कारण बना. सुले ने कहा कि वह व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों को आपस में नहीं मिलाएंगी. उन्होंने कहा, ‘मैं अपने भाई के साथ कभी नहीं लड़ सकती.’
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