दिल्ली: पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज इस पद से विदाई ले ली और मनोज मुकुंद नरवणे ने नये सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाल लिया है. मनोज मुकुंद नरवणे अभी तक आर्मी के उप प्रमुख थे. आर्मी चीफ बनते ही वे दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में शामिल 13 लाख थल सैनिकों के मुखिया बन गए हैं.


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नरवणे ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी



जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कार्यभर संभालते ही पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा कि सरहद पर किसी भी प्रकार की नापाक हरकत बर्दाश्त नहीं की जायेगी. पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान अपनी कायराना हरकतों को समय समय पर अंजाम देता रहता है लेकिन भारतीय सेना उसकी किसी भी करतूत को सहन नहीं करेंगी.


आतंकवाद पूरी दुनिया के लिये खतरनाक


सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि अब पूरी दुनिया समझ रही है कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है. आतंकवाद एक विश्वव्यापी समस्या है, भारत लंबे समय से आतंकवाद का सामना कर रहा है. अब पूरी दुनिया में आतंकवाद से प्रभावित कई देश महसूस कर रहे हैं कि यह कितना खतरनाक है. जहां तक हमारे पड़ोसी देश की बात है, वे हमारे खिलाफ आतंकवाद को राज्य नीति के उपकरण के रूप में उपयोग कर रहे हैं लेकिन ये नीति सम्बे समय तक नहीं चलने वाली है.



आतंकवाद मिटाने का लम्बा अनुभव रखते हैं नये आर्मी चीफ


नव नियुक्त सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को आतंकवाद का सफाया करने का लम्बा अनुभव है.  वे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर चुके हैं, डिफेंस कॉरिडोर में एमएम नरवणे को चीन के मामलों का भी एक्सपर्ट माना जाता है. नरवणे जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर कहर बनकर टूटने वाले राष्ट्रीय राइफल्स की एक बटालियन की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. वे पूर्वोत्तर में एक इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर असम राइफल्स के इंस्पेक्टर जनरल भी रहे हैं. इसके अलावा अंबाला स्थित खड़ग स्ट्राइक कॉर्प्स में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी है.


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