दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत मंगलवार को अपने पद से रिटायर हो गये. भारतीय सेना के इतिहास में उनका कार्यकाल स्वर्णिम रहा. भारत की सेना ने कई अद्वितीय उपलब्धियां हासिल कीं. अपने कार्यकाल के आखिरी दिनजनरल विपिन रावत ने वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा उन्हें साउथ ब्लॉक पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर कार्यभार संभालने से पहले बिपिन रावत ने सभी जवानों को शुभकामनाएं दीं.
विपिन रावत बनेंगे चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ
देश की तीनों सेनाओं में तालमेल बिठाने के मकसद से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद पर पहले CDS के तौर पर जनरल बिपिन रावत को तैनात किया गया है. वो अगले तीन साल तक देश के CDS बने रहेंगे. इस मौके पर विपिन रावत ने कहा कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सिर्फ एक पद है, उस व्यक्ति को सेना के सभी जवान सहयोग करते हैं उसी सहयोग से देश की सेना आगे बढ़ती है.
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे होंगे नये सेना प्रमुख
आपको ज्ञात करा दें कि जनरल बिपिन रावत के रिटायर होते ही लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सेना प्रमुख के तौर पर कमान संभालेंगे. वह इससे पहले जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं. श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा थे और तीन साल तक म्यांमार में भी रहे. लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से पास आउट हैं.
तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाएगा CDS
CDS यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का मुख्य काम ही ये होगा कि वो तीनों सेनाओं यानी जल, थल और नभ में सेना के बीच तालमेल बनाएगा. सबसे खास बात कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी CDS की होगी. ऐसे हालात में वो हर बड़े फैसले लेने में प्रतिबद्ध होगा.
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