नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया मामले में टिप्पणी की है. उन्होंने निर्भया की मां से अनुरोध किया है कि वह बड़ा दिल दिखाते हुए दोषियों को माफ कर दें. इसके लिए उन्होंने सोनिया गांधी का उदाहरण दिया है. दरअसल निर्भया के दोषियों की फांसी टल रही है. इस पर पीड़ित मां ने आपत्ति जताई थी और निराशा जाहिर की थी.
Advocate Indira Jaising urges Nirbhaya's mother to follow Sonia Gandhi's example, forgive convicts
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— ANI Digital (@ani_digital) January 18, 2020
इसके बाद वरिष्ठ वकील ने उनसे दोषियों को माफ कर देने की अपील के लिए ट्वीट का सहारा लिया. निर्भया के दोषियों को एक फरवरी को फांसी पर लटकाने का डेथ वारंट जारी हो चुका है. इस बीच एक दोषी पवन भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका लेकर पहुंच गया है.
यह कहा जय सिंह ने
इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं आशा देवी के दर्द से पूरी तरह से वाकिफ हूं. मैं उनसे अनुरोध करती हूं कि वह सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करें, जिन्होंने नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती हैं. हम आपके साथ हैं लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं.
While I fully identify with the pain of Asha Devi I urge her to follow the example of Sonia Gandhi who forgave Nalini and said she didn’t not want the death penalty for her . We are with you but against death penalty. https://t.co/VkWNIbiaJp
— Indira Jaising (@IJaising) January 17, 2020
इंदिरा जयसिंह राजीव गांधी की हत्या का जिक्र कर रही थीं और उदाहरण का अनुसरण करने से उनका इरादा सोनिया गांधी की तरह दोषियों को माफ कर देने का था. इससे पहले फांसी टलने पर निर्भया की मां ने कहा था, वही हो रहा है जो दोषी चाहते हैं. तारीख पर तारीख दी जा रही है.
निर्भया की मां जताया था गुस्सा
फांसी टलने पर निर्भया की मां ने कहा कि अब मैं जरूर कहना चाहूंगी कि जब 2012 में घटना हुई तब इन्हीं लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया और काली पट्टी बांधी, खूब रैलियां कीं, खूब नारे लगाए. लेकिन आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कोई कह रहा आप ने रोक दिया, कोई कह रहा है मुझे पुलिस दे दीजिए दो दिन में रोक के दिखाऊंगा.
उनका इशारा राजनीतिक बयानों की ओर था. निर्भया की मां का कहना है कि जब तक उन्हें लटकाया नहीं जाता मुझे संतुष्टि नहीं मिलेगी.
इसलिए किया राजीव गांधी हत्याकांड का जिक्र
साल 1991 की 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी श्रीपेरंबदूर में एक रैली करने पहुंचे थे. इस दौरान वह जनता से मिल रहे थे. इसी बीच एक लड़की ने उन्हें माला पहनाई, पैर छुए और इसके बाद ब्लास्ट हो गया. राजीव गांधी की साजिशन हत्या कर दी गई. इस हत्या में भूमिका के लिए नलिनी को गिरफ्तार किया गया और इस मामले में दोषी ठहराया गया. बाद में सोनिया गांधी ने उसे माफ कर दिया.
जानिये फांसी की तारीख तय होने पर निर्भया के गुनहगार का नया दांव