'दिन दूर नहीं खंडित भारत को पुनः अखंड बनाएंगे...', बीजेपी ने वाजपेयी की कविता के साथ जारी किया ये वीडियो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1947 में हुए भारत के विभाजन और उस दौरान हुए लोगों के कष्ट और संघर्ष को याद करते हुए उन लोगों को नमन किया है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया था. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साल 1947 में धर्म के आधार पर हुए देश के विभाजन को भारत के इतिहास में एक काला अध्याय करार दिया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 14, 2023, 12:14 PM IST
  • पीएम ने बंटवारे की बलि चढ़े लोगों को किया याद
  • 'देश को विभाजन की भारी कीमत चुकानी पड़ी'
'दिन दूर नहीं खंडित भारत को पुनः अखंड बनाएंगे...', बीजेपी ने वाजपेयी की कविता के साथ जारी किया ये वीडियो

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1947 में हुए भारत के विभाजन और उस दौरान हुए लोगों के कष्ट और संघर्ष को याद करते हुए उन लोगों को नमन किया है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया था. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साल 1947 में धर्म के आधार पर हुए देश के विभाजन को भारत के इतिहास में एक काला अध्याय करार दिया है.

पीएम ने बंटवारे की बलि चढ़े लोगों को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर भारत विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए कहा, 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया. इसके साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा. ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन.'

'देश को विभाजन की भारी कीमत चुकानी पड़ी'
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धर्म के आधार पर विभाजन को काला अध्याय बताते हुए एक्स पर कहा, '1947 में धर्म के आधार पर देश का विभाजन इतिहास में एक काला अध्याय है. इससे उत्पन्न हुई नफरत ने लाखों लोगों की जान ली और करोड़ों लोगों को विस्थापित किया. देश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी और कई लोग आज भी इस विभीषिका का दंश झेल रहे हैं. आज 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर उन सभी लोगों को नमन करता हूं जिन्होंने विभाजन के कारण अपनी और अपने परिजनों की जान गंवाई.'

बता दें कि भाजपा 14 अगस्त के दिन को पूरे देश में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर याद कर रही है और इसे लेकर पार्टी देशभर में कार्यक्रमों का भी आयोजन कर रही है.

 

बीजेपी ने फेसबुक पर वीडियो जारी किया, इसमें लिखा, 'कैसे दिल्ली के एक कमरे में दर्जन भर लोगों ने देश की करोड़ों मासूम और निर्दोष जनता का भविष्य लिखा था और अखण्ड भारत के दो टुकड़े कर दिए थे.' इस वीडियो के अंत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ये कविता भी हैः 

'दिन दूर नहीं खंडित भारत को पुनः अखंड बनाएंगे, 
गिलगित से गारो पर्वत तक आजादी पर्व मनाएंगे. 
उस स्वर्ण दिवस के लिए आज से कमर कसें, बलिदान करें, 
जो पाया उसमें खो न जाएं, जो खोया उसका ध्यान करें.'

बीजेपी ने नेहरू, जिन्ना पर साधा निशाना
वहीं, भाजपा ने 1947 में हुए देश के विभाजन और इस दौरान हुई हिंसा को याद करते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, मुस्लिम लीग और उसके नेता मोहम्मद अली जिन्ना, तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के साथ-साथ वामपंथियों और रजाकारों पर भी निशाना साधा है.

भाजपा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो जारी कर 1947 में विभाजन के दौरान हुए हिंसा के हालात को दिखाते हुए इसमें नेहरू, जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और लेडी माउंटबेटन की तस्वीरों को दिखाते हुए कई सवाल उठाए हैं.

 

बीजेपी ने पूछा- किसने खींची ये लकीरें
भाजपा ने इस वीडियो को जारी करते हुए फेसबुक पर लिखा है, 'किसने खींची ये लकीरें? किसने लहू की नदियां बहाई ? कल तक था जो आंगन हमारा, किसने वहां सरहद बनाई? 14 अगस्त 1947 का वो दिन, जब भारत की सदियों पुरानी संस्कृति को चंद लोगों ने कागज पर लकीरें खींच कर बांट दिया और इस त्रासदी ने देश की आत्मा को रक्तरंजित कर दिया.'

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