नई दिल्लीः Pooja Khedkar IAS: इन दिनों महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर काफी सुर्खियों में हैं. उन पर सिविल सेवा अधिकारी के रूप में अपने अधिकारों के दुरुपयोग का आरोप है. इसके बाद उनका ट्रांसफर कर दिया गया है. पूजा खेडकर महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच आईएएस अधिकारी हैं. उनकी यूपीएससी में 841वीं रैंक थी. 


कथित रूप से कार, केबिन मांगा


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पूजा खेडकर को ट्रेनिंग के बचे हुए समय वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया है. वह अगले साल 30 जुलाई तक सुपरन्यूमेरी सहायक कलेक्टर के तौर पर काम करेंगी. रिपोर्ट्स की मानें तो पूजा खेडकर ने कई ऐसी सुविधाओं की मांग की जो आईएएस में प्रोबेशनरी पीरियड के दौरान अधिकारियों को नहीं दी जाती है. खेडकर ने 3 जून को ट्रेनी के तौर पर ड्यूटी में शामिल होने से पहले एक अलग केबिन, कार, चपरासी और आवास की मांग की थी. हालांकि उन्हें ये सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं.


निजी ऑडी कार में लाल बत्ती


रिपोर्ट्स के अनुसार, खेडकर ने लाल और नीली बत्ती व वीआईपी नंबर प्लेट वाली अपनी निजी ऑडी कार का इस्तेमाल किया था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, खेडकर ने सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए कथित रूप से फर्जी विकलांगता और ओबीसी सर्टिफिकेट पेश किया था. उन्होंने कथित रूप से मानसिक बीमारी का सर्टिफिकेट लगाया था. 


विवाद पर क्या बोली पूजा खेडकर


पूजा खेडकर ने अपने बारे में चल रही चर्चाओं को लेकर मीडिया से कहा, मुझे कुछ भी कहने की इजाजत नहीं है. मैं वाशिम से जुड़कर खुश हूं. वाशिम के साथ काम करना अच्छा लगेगा. विवाद को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में पूजा ने कहा, मैं कुछ नहीं कह सकती हूं. सरकार ने मुझ इस संबंध में कुछ भी कहने की इजाजत नहीं दी है.


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