नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव से पहले असम में भूमिहीनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सौगात दी है. शिवसागर जिले में 1 लाख 6 हजार लोगों को भूमि पट्टा आवंटन प्रमाण पत्र मिला. पीएम मोदी शिवसागर जिले में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कई बड़ी बातें कही, आपको PM Modi के संबोधन की 10 बड़ी बातें बताते हैं.


PM Modi के संबोधन की 10 बड़ी बातें


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1). पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि 'असम के लोगों का ये आशीर्वाद, आपकी ये आत्मीयता मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है. आपका ये प्रेम और स्नेह मुझे बार बार असम ले आता है. आज असम की सरकार ने आपके जीवन की बड़ी चिंता दूर की है. 1 लाख से ज्यादा मूल निवासी परिवारों को भूमि के स्वामित्व का अधिकार मिलने से आपके जीवन की बड़ी चिंता अब दूर हो गई है.'


2). उन्होंने कहा, 'शिवसागर को हमारे सरकार द्वारा भारत के 5 सबसे प्रतिष्ठित पुरातात्विक स्थलों में से एक के रूप में चुना जा रहा है. भारत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती भी मना रहा है. राष्ट्र ने इसे पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. आज पराक्रम दिवस पर पूरे देश मे अनेक कार्यक्रम भी शुरू हो रहे हैं. इसलिए एक तरह से आज का दिन उम्मीदों के पूरा होने के साथ ही, हमारे राष्ट्रीय संकल्पों की सिद्धि के लिए प्रेरणा लेने का भी अवसर है.'



3). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला कि '2019 में, सरकार द्वारा बनाई गई नई भूमि नीति अपने सही मालिकों को भूमि देने के लिए अपना समर्पण दिखाती है. पिछले कुछ वर्षों में, 2.25 लाख से अधिक मूल परिवारों को जमीन का पट्टा दिया गया है. असम में जब हमारी सरकार बनी तो उस समय भी यहां करीब-करीब 6 लाख मूल निवासी परिवार जिनके पास जमीन के कानूनी कागज नहीं थे, लेकिन सर्वानंद सोनोवाल जी के नेतृत्व में यहां की सरकार ने आपकी इस चिंता को दूर करने के लिए गंभीरता के साथ काम किया.'


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4). उन्होंने कहा कि 'असम की लगभग 70 जनजातियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की गई है. हम उन्हें तेजी से विकास की ओर भी ले जा रहे हैं.अटल जी की सरकार से लेकर 2014 में हमारी सरकार में असम की संस्कृति और सुरक्षा को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता रही है. असम और पूर्वोत्तर भारत का तेजी से विकास, आत्‍मनिर्भर भारत (AatmaNirbhar Bharat) का अभिन्न अंग है. असम के लोगों के विश्वास के माध्यम से आत्‍मनिर्भर असम (AatmaNirbhar Assam) की सड़क है.'


5). पीएम ने बोला कि 'असम ने पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व विकास कार्य देखे हैं. गरीबों के लिए लगभग 1.75 करोड़ जनधन (Jan Dhan) खाते खोले गए हैं, जिससे हमें COVID के दौरान सहायता प्रदान करने में मदद मिली. आज असम की लगभग 40% आबादी आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) से लाभान्वित हुई है. 1.5 लाख लोगों को पहले ही मुफ्त इलाज मिल चुका है! 35 लाख महिलाओं के पास उज्ज्वला गैस कनेक्शन (Ujjwala gas connections) है, जिसमें 4 लाख परिवार SC / ST समूहों से संबंधित हैं.'



6). नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'आत्मविश्वास तभी बढ़ता है जब घर-परिवार में भी सुविधाएं मिलती हैं और बाहर का इंफ्रास्ट्रक्चर भी सुधरता है. बीते सालों में इन दोनों मोर्चों पर असम में अभूतपूर्व काम किया गया है. 5 साल पहले तक असम के 50 प्रतिशत से भी कम घरों तक बिजली पहुंची थी, जो अब करीब 100% तक पहुंच चुकी है. जल जीवन मिशन के तहत बीते 1.5 साल में असम में 2.5 लाख से ज्यादा घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है.'


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7). उन्होंने बताया कि 'ऐतिहासिक बोडो समझौते से अब असम का एक बहुत बड़ा हिस्सा शांति और विकास के मार्ग पर लौट आया है. समझौते के बाद हाल में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के पहले चुनाव हुए, प्रतिनिधि चुने गए. अब बोडो टेरिटोरियल काउंसिल विकास और विश्वास के नए प्रतिमान स्थापित करेगी.'



8). पीएम मोदी ने कहा कि 'असम और पूर्वोत्तर 'एक्ट ईस्ट' नीति के तहत पूर्वी एशियाई देशों के साथ हमारे संपर्क को व्यापक बना रहे हैं/ असम बेहतर बुनियादी ढांचे के साथ AatmaNirbhar Bharat के एक प्रमुख हिस्से के रूप में विकसित हो रहा है. असम में महामारी से निपटने का तरीका सराहनीय है. मैं सीएम सर्बानंद सोनवाल जी और उनकी टीम को बधाई देता हूं, और मुझे यकीन है कि वे इसी उत्साह के साथ टीकाकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे.'


9). उन्होंने कहा कि 'असम में तेल और गैस से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर बीते वर्षों में 40 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया गया है. गुवाहटी-बरौनी गैस पाइप लाइन से नॉर्थ ईस्ट और पूर्वी भारत की गैस कनेक्टिविटी मजबूत होने वाली है.'


10). प्रधानमंत्री मोदी ने बोला कि 'कोरोना टीकाकरण के लिए जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाएं। टीके की 2 डोज लगनी जरूरी है. पूरी दुनिया में भारत में बने टीके की डिमांड हो रही है. भारत में भी लाखों लोग अब तक टीका लगा चुके हैं. हमें टीका भी लगाना है और सावधानी भी रखनी है.'


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